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‘कांग्रेस का शाही परिवार ही अपनी पार्टी को वोट नहीं देगा’, पीएम मोदी ने सोनिया गांधी पर भी कसा तंज

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार (21 अप्रैल) को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के राज्यसभा सदस्य बनने पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग चुनाव नहीं जीत सकते वे मैदान से भागकर राजस्थान से राज्यसभा में आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ‘शाही परिवार’ आजादी के बाद पहली बार अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देगा। ऐसे में उसे लोगों से वोट मांगने का कोई हक नहीं है। पीएम मोदी बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीय के समर्थन में चुनाव प्रचार करने रविवार को राजस्थान में थे।

पीएम मोदी ने कहा, “स्वार्थ और अवसरवादिता में घिरी कांग्रेस पार्टी की हालत ऐसी हो गई है कि आजादी के बाद पहली बार दिल्ली में जो कांग्रेस का शाही परिवार रहता है वह कांग्रेस को वोट नहीं देगा… जहां इस शाही परिवार के लोग रहते हैं वहां कांग्रेस चुनाव ही नहीं लड़ रही है।” उन्होंने कहा, “अगर यह शाही परिवार कांग्रेस को वोट नहीं देता है तो आपसे वोट मांगने का उनका क्या हक है?”

सोनिया गांधी पर कसा तंज

पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने कभी देश में 400 लोकसभा सीट जीतीं थीं, आज वह 300 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ पा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, ”जो लोग चुनाव नहीं लड़ सकते, चुनाव जीत नहीं सकते.. वे मैदान से भाग कर इस बार राजस्थान से राज्यसभा में आए हैं। कांग्रेस की इतनी हालत खराब है।”

बता दें कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी फरवरी में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने वाले सांसदों में शामिल हैं। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गजों को मैदान में नहीं उतारा गया हालांकि पार्टी ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है कि वे चुनाव लड़ने से कतरा रहे थे।

राजस्थान में पहले चरण के मतदान की ओर इशारा करते हुए पीएम ने कहा, “पहले चरण के मतदान में आधे राजस्थान ने कांग्रेस को बराबर सजा दी है। उसे बराबर सबक सिखाया है।” उन्होंने कहा, “राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत राजस्थान ये जानता है कि कांग्रेस कभी भी मजबूत भारत बना ही नहीं सकती। देश को ऐसी कांग्रेस सरकार नहीं चाहिए। देश को 2014 के पहले जो हालात थे वो हालात वापस नहीं चाहिए।”

पीएम मोदी के बयान का क्या है मतलब?

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा तीनों नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में मतदाता हैं। आजादी के बाद जितने भी चुनाव हुए उसमें पहली बार ऐसा हो रहा है कि नई दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जा रहा है।

नई दिल्ली सीट AAP के खाते में गई है। इस सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती उम्मीदवार हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के नेता इस बार कांग्रेस के बदले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाल सकते हैं।

नई दिल्ली सीट के सियासी मायने

देश की सबसे पुरानी लोकसभा सीटों में से एक नई दिल्‍ली लोकसभा सीट पर इस बार AAP और BJP के बीच सीधा मुकाबला है। आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव से अबतक कांग्रेस 7 बार नई दिल्‍ली लोकसभा सीट पर चुनाव जीत चुकी है। बीजेपी ने यहां 11 बार जीत दर्ज की है।

चुनावी इतिहास

इस बार बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्‍वराज को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। इस सीट पर पहला चुनाव साल 1952 में किसान मजदूर प्रजा पार्टी की नेता सुचेता कृपलानी ने जीता था। इसके बाद 1957 में वह दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनी गईं। उनके बाद यहां से भारतीय जनसंघ के बलराज मधोक निर्वाचित हुए। छठी लोकसभा के लिए यहां से जनता पार्टी के टिकट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी चुने गए। वह 1980 में यहां से बीजेपी के सांसद बने।

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बीजेपी अध्‍यक्ष रहे लालकृष्‍ण आडवाणी भी नई दिल्ली सीट से सांसद चुने गए। उनके अलावा बॉलीवुड के पहले सुपरस्‍टार राजेश खन्‍ना यहां से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। बीजेपी की ओर से 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जगमोहन यहां से चुनाव जीते। कांग्रेस के अजय माकन 2004 एवं 2009 में यहां से सांसद बने। पिछले दो लोकसभा चुनावों से बीजेपी की मीनाक्षी लेखी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

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