भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओडिशा इकाई ने इस साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए राज्य में किसानों, महिलाओं, युवाओं और छात्रों पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी।
आगामी चुनावों के लिए रणनीति तैयार करने के वास्ते भाजपा नेताओं की तीन दिवसीय बैठक में इस बारे में फैसला लिया गया।
उन्होंने बताया कि बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय पर्यवेक्षक सुनील बंसल और सहायक पर्यवेक्षक विजयपाल सिंह तोमर उपस्थित थे।
तोमर ने रविवार को बैठक में पार्टी के संगठनों से महिलाओं, युवाओं और छात्रों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश इकाई की अध्यक्ष ऐश्वर्या बिस्वाल ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें लोगों को यह समझाने के लिए कहा गया है कि महिला स्वयं सहायता समूहों को ज्यादातर राशि केंद्र की ओर से दी जाती है, न कि राज्य सरकार की ओर से। हालांकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बहुत राशि खर्च की है, लेकिन राज्य की बीजू जनता दल (बीजद) सरकार इसका श्रेय लेती है। हम महिलाओं को तथ्यों से अवगत कराएंगे।’’
इसके अलावा, महिला मोर्चा ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ ‘‘बढ़ते अत्याचार’’ के मुद्दे को भी उठाएगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पार्टी राज्य में बेरोजगारी और काम की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर रुख करने वाले युवाओं के मुद्दे को भी उठाएगी।
एक संवाददाता सम्मेलन में, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने रविवार को कहा, ‘‘अगर भाजपा ओडिशा में सत्ता में आती है, तो चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगे गए सभी लोगों को 24 घंटे के भीतर उनकी खून-पसीने की कमाई वापस मिल जाएगी। हम उनका पैसा लौटा देंगे। हम अध्यादेश लाकर गरीब लोगों को पैसा लौटाएंगे।’’
सामल ने कहा कि भाजपा यह भी सुनिश्चित करेगी कि ओडिशा में किसानों की आय दोगुनी हो और किसानों को केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों का पूरा लाभ मिले।
भाजपा के वादों के जवाब में कांग्रेस ने कहा, ‘‘हमने देखा है कि कैसे भाजपा सरकार ने काला धन वापस लाकर देश के प्रत्येक परिवार के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा किए हैं। जनता ने यह भी देखा है कि भाजपा सरकार ने किस तरह युवाओं को रोजगार दिया। भाजपा ने कभी भी अपने वादे पूरे नहीं किये।
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