10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वैक्सीन की दूसरी ख़ुराक देने के लिए स्वास्थ्य टीमें पिछले कई दिनों से तैयार थी, मगर इसराइली हमलों, ज़मीनी झड़पों और मानवीय आधार पर लड़ाई में ठहराव का आश्वासन ना मिलने के कारण इसमें देरी हुई.
उत्तरी ग़ाज़ा में एक लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन के सुरक्षा चक्र में लाने पर केन्द्रित यह अभियान शनिवार को शुरू हुआ है और सोमवार तक चलेगा.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने बताया कि इस सप्ताहांत, अभूतपूर्व सुरक्षा व अभियान संचालन चुनौतियों के बीच, शनिवार को 58 हज़ार से अधिक बच्चों को वैक्सीन की दूसरी ख़ुराक दी गई.
इस मुहिम के दौरान, यूनीसेफ़ के एक कर्मचारी के निजी वाहन के शनिवार को जबालिया-इलनाज़ला से गुज़रते समय गोलीबारी की चपेट में आने की ख़बर है. इस घटना में कार को क्षति पहुँची है मगर यूनीसेफ़ कर्मचारी सुरक्षित है.
वहीं, एक अन्य घटना में शेख़ रडवान में एक टीकाकरण केन्द्र के नज़दीक एक अन्य हमले में कम से कम तीन बच्चों के घायल होने का समाचार है. उस समय वहाँ बच्चों को वैक्सीन की ख़ुराक दी जा रही थी.
पिछले 48 घंटों में जबालिया में 50 से अधिक बच्चों के मारे जाने की आशंका है. हवाई हमलों में दो रिहायशी इमारतें ध्वस्त हो गईं, जिनमें सैकड़ों लोगों ने शरण ली हुई थी. वहीं उत्तरी ग़ाज़ा में एक पोलियो वैक्सीन केन्द्र भी हमले की चपेट में आया है, जिसमें चार बच्चों समेत छह लोग घायल हुए हैं.
यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने कहा कि जबालिया, टीकाकरण क्लीनिक और यूनीसेफ़ कर्मचारी पर हमले, ग़ाज़ा पट्टी में आम नागरिकों पर ताबड़तोड़ हमलों के गम्भीर दुष्परिणाम के उदाहरण हैं.
उन्होंने इसराइल से तत्काल इन घटनाओं की जाँच कराने और दोषियों की जवाबदेही तय किए जाने का आग्रह किया है.
“यूनीसेफ़ की सदस्य देशों से अपील है कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के प्रति सम्मान सुनिश्चित करने के लिए करें, बच्चों के संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए.”
उन्होंने कहा कि इस युद्ध पर विराम लगाने का समय बहुत पहले ही हो चुका है.
ग़ाज़ा में पोलियो का 25 वर्ष पहले उन्मूलन हो गया था, मगर ग़ाज़ा युद्ध के दौरान अनेक स्वास्थ्य संकट उभरे हैं और एक 10 महीने के बच्चे में इस वर्ष पोलियो वायरस पाया गया था. इसके बाद, इसराइली क़ब्ज़े वाले ग़ाज़ा में तेज़ी से वैक्सीन अभियान को संचालित किया गया.
मध्य और दक्षिणी ग़ाज़ा में टीकाकरण के दोनों चरणों को पहले ही सफलतापूर्वक पूरा किया गया, जिसमें साढ़े चार लाख से अधिक बच्चों को टीके लगाए गए. ये इन इलाक़ों में कुल लक्ष्य का 96 फ़ीसदी है.
7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इसराइल पर हमास व अन्य चरमपंथी गुटों के आतंकी हमलों के बाद, इसराइल ने ग़ाज़ा पट्टी में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसे एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है.