एजेंसी के महानिदेशक रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने वियेना में बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स को सम्बोधित करते हुए संकेत दिया कि अनसुलझे मुद्दों को सुलझाने में कोई प्रगति नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि ईरान, परमाणु सुरक्षा समझौते के प्रावधानों को अब भी लागू नहीं कर रहा है, और IAEA के जिन विभिन्न निरीक्षकों की मान्यता वापिस ले ली गई थी, ईरान द्वारा उन निर्णयों को पलटने की अब भी प्रतीक्षा है, यानि वो मान्यता बहाल किए जाने का इन्तेज़ार है.
![यूक्रेन में परमाणु सुरक्षा पर एक नज़र यूक्रेन में परमाणु सुरक्षा पर एक नज़र](https://i0.wp.com/global.unitednations.entermediadb.net/assets/mediadb/services/module/asset/downloads/preset/Libraries/Graphics%20Library/03-06-2024-IAEA-Ukraine-infographics.jpg/image3000x3000.jpg?resize=1000%2C1000&ssl=1)
यूक्रेन में परमाणु सुरक्षा पर एक नज़र
रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने ज़ोर देकर कहा, “इन अनसुलझे मद्दों का समाधान निकाला जाना ज़रूरी है ताकि IAEA ये आश्वासन देने की स्थिति में आ सके कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूर्ण रूप से शान्तिपूर्ण है.”
उन्होंने परमाणु हथियारों का उत्पादन की तकनीकी सामर्थ्य और देश के परमाणु सिद्धान्त में सम्भावित बदलाव के बारे में, ईरान के भीतर हाल ही में जारी किए गए सार्वजनिक बयानों पर भी चिन्ता व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि इन बयानों ने देश की सुरक्षा घोषणाओं के बारे में सटीकता और सम्पूर्णता के बारे में चिन्ताओं को और गम्भीर बनाया है.
यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्र
IAEA के प्रमख ने यूक्रेन का रुख़ करते हुए आगाह किया कि ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में स्थिति “बहुत ख़तरनाक” बनी हुई है और परमाणु सुरक्षा के सभी सात स्तम्भ, पूर्ण या आंशिक रूप से कमज़ोर हुए हैं.
इनमें संयंत्र की भौतिक अखंडता; संचालन सुरक्षा प्रणालियाँ और उपकरण; विकिरण निगरान और आपात प्रतिक्रिया; अन्य स्रोतों से सुरक्षित और विश्वनीय ऊर्जा आपूर्ति; प्रशिक्षित स्टाफ़; निर्बाध ढाँचागत आपूर्ति श्रृंखला; और मुक्त संचार शामिल हैं.
रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने कहा, “हमलों और सैन्य गतिविधियों के कारण, संयंत्र को बिजली देने वाली लाइनें ठप हो रही हैं जिनके कारण गम्भीर स्थिति उत्पन्न हो रही है.”
संयंत्र में सभी छह रिएक्टर इकाई, अप्रैल 2024 से, शीतलन ठहराव की स्थित में हैं, जिसकी सिफ़ारिश, IAEA ने एक सुरक्षा उपाय के रूप में, बहुत पहले की थी.
इसके बावजूद, संयंत्र तक सीमित पहुँच के कारण, उसकी सुरक्षा की पुख़्तगी सुनिश्चित करने की एजेंसी की सामर्थ्य, कमज़ोर है.
उन्होंने आगे बताया कि यूक्रेन के अन्य चार परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी, उपकरणों की आपूर्ति और कर्मचारियों में उच्च दबाव के कारण, कमज़ोर हालात का सामना कर रहे हैं.
अन्य कार्यक्रम
![IAEA के महानिदेशक रफ़ाएल ग्रॉस्सी, वियेना में, एजेंसी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स को सम्बोधित करते हुए. IAEA के महानिदेशक रफ़ाएल ग्रॉस्सी, वियेना में, एजेंसी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स को सम्बोधित करते हुए.](https://i0.wp.com/global.unitednations.entermediadb.net/assets/mediadb/services/module/asset/downloads/preset/Libraries/Production%20Library/03-06-2024-IAEA-Rafael-Grossi.jpg/image770x420cropped.jpg?resize=770%2C420&ssl=1)
IAEA के महानिदेशक रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने कोरिया लोकतांत्रिक जन गणतंत्र (दक्षिण कोरिया) के परमाणु कार्यक्रम के जारी रहने और उसके दीगर विकास के बारे में भी गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है.
उन्होंने कहा, “दक्षिण कोरिया के परमाणु कार्यक्रम की निरन्तरता और विकास, सुरक्षा परिषद के सम्बन्धित प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन है और इसलिए अति खेदजनक है.”
उन्होंने देश से अपनी ज़िम्मेदारियों का पूर्ण पालन किए जाने और IAEA के साथ तेज़ी से सहयोग किए जाने का आग्रह भी किया है.
रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने बताया कि एजेंसी, जापान में फूकूशीमा दाईशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र की निगरानी जारी रखे हुए है जहाँ 13 वर्ष पहले एक हादसा हुआ था.
IAEA के मुखिया ने टिकाऊ विकास में एजेंसी की भूमिका को भी रेखांकित किया.
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