पाकिस्तान के चुनाव आयोग (Pakistan Election Commission) ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को झटका देते हुए शनिवार को पंजाब प्रांत में नेशनल असेंबली (National Assembly) की दो सीट के लिए दाखिल उनके नामांकन पत्र खारिज कर दिए। पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव के लिए मतदान होगा। लाहौर में चुनाव कार्यालय ने बताया, “पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने नेशनल असेंबली चुनाव के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के संस्थापक इमरान खान के नामांकन को लाहौर (NA-122) और मियांवाली (NA-89) से खारिज कर दिया है।”
आयोग ने नामांकन खारिज करने का कारण तोशाखाना मामले में खान को दोषी ठहराया जाना और उनके नामांकन पत्र के प्रस्तावक और अनुमोदक का संबंधित चुनाव क्षेत्रों का नहीं होना बताया है।
चुनाव अधिकारी ने बताया कि खान की सजा को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने स्थगित कर दिया है, लेकिन उन्हें अयोग्य करार देने का फैसला अब भी बरकरार है।
Geo News ने खबर दी, “पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के मियां नसीर की तरफ से उठाई गई आपत्तियों में तोशाखाना मामले में खान की पांच साल की अयोग्यता का जिक्र किया गया था, जिसमें चुनावी निकाय ने उन्हें भ्रष्ट आचरण का दोषी पाया था।”
71 साल के खान और उनकी पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी व पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी नौ मई को हुई हिंसा के कई मामलों और गिरफ्तारियों का सामना कर रहे हैं। खान और कुरैशी दोनों रावलपिंडी की अडियाला जेल में कैद हैं।
Geo News ने खबर में बताया कि चुनाव आयोग ने मुल्तान की दो सीट (NA-150 और PP-218) और थारपारकर की सीट (NA-214) से कुरैशी के नामांकन पत्र को भी खारिज कर दिया है। पूर्व संघीय मंत्री और PTI नेता हम्माद अजहर का नामांकन पत्र भी उनकी सीट (PP-172) से खारिज कर दिया गया है।
PTI ने की निंदा
वहीं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने शनिवार को शीर्ष चुनाव निकाय की तरफ से अपने संस्थापक इमरान खान और पार्टी के कई दूसरे दिग्गजों के नामांकन पत्रों को खारिज किए जाने की निंदा की।
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) की तरफ से खान और PTI के दूसरे सदस्यों के नामांकन पत्र खारिज किए जाने के बाद PTI के एक प्रवक्ता कहा, “प्रस्तावकों और अनुमोदकों का अपहरण दुनिया के इस हिस्से में एक नई सामान्य बात है।”
PTI के वर्तमान अध्यक्ष गौहर खान ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, “आज, आम चुनाव (सामान्य सीट के लिए नामांकन पत्र की छंटनी) की दिशा में पहला कदम समाप्त हो रहा है। लेकिन देश भर में, सरकारी मशीनरी PTI के उम्मीदवारों के खिलाफ पूरी तरह से सक्रिय है, जिनके प्रस्तावकों और अनुमोदकों को खुले तौर पर परेशान किया जा रहा है, उन पर हमला किया जा रहा है और चुनाव अधिकारियों के कार्यालयों से वापस भेजा जा रहा है।”