उद्योग/व्यापार

इन 5 शेयरों में पैसा लगा बर्बाद हो गए हजारों निवेशक, कहीं आपने तो नहीं किया निवेश?

Wealth Destroyer Stocks: 5 साल, 5 कंपनी और हजारों निवेशक बर्बाद हो गए। शेयर बाजार की कुछ ऐसी ही कहानी है। यहां जितने लोग करोड़पति बनते हैं, उससे भी कई गुना अधिक लोग पैसा खोकर कंगाल हो जाते हैं। जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की हालिया रिपोर्ट इसी हकीकत को दिखाती है। इस रिपोर्ट में पिछले 5 सालों यानी 2018 से 2023 तक के दौरान की शेयर बाजार की सभी कंपनियों की स्टडी की गई और उन 5 कंपनियों की लिस्ट बनाई है, जिसने इस दौरान अपने निवेशकों का सबसे अधिक पैसा डुबाया है। इसमें रिटेल निवेशकों का सबसे पसंदीदा स्टॉक यस बैंक भी शामिल है। आइए एक-कर इन पाचों स्टॉक के बारे में जानते हैं-

1. वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea)

लिस्ट में सबसे ऊपर है वोडाफोन आइडिया। इसने पिछले 5 साल में कुल 1.34 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति स्वाहा कर दी है। वोडाफोन के सामने मेन दिक्कत AGR बकाया को लेकर है, इसके चलते कंपनी के सामने काफी वित्तीय चुनौतियां आ गई। ,साथ ही AGR बकाया जोड़ने के तरीके को लेकर इसके और भारत सरकार की टेलीकॉम डिपार्टमेंट के बीच कानूनी लड़ाई भी चल रही है।

कंपनी पर करीब 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, जबकि इसकी कुल मार्केट वैल्यू ही करीब 68,400 करोड़ रुपये है। यानी कंपनी अगर खुद को बेच दें, तब भी कर्जा नहीं चुका पाएगी और इसके ऊपर 1.3 लाख करोड़ का कर्ज बना ही रहेगा। हालांकि सरकार वोडाफोन को धराशायी होने से बचाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस बीच निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है। साल 2018 में इसका शेयर 50 रुपये के आसपास था, जो अब करीब 70% गिरकर 14 रुपये पर आ गया है।

2. यस बैंक (Yes Bank)

यस बैंक ने पिछले 5 साल में 58,900 करोड़ रुपये की संपत्ति डुबोई है। साल 2020 में तो यह बैंक एक बार बंद होने के कगार पर आ गया। हालांकि बाद में RBI ने हस्तक्षेप किया और फिर स्टेट बैंक सहित कई लेंडर्स ने इसमें हिस्सेदारी खरीदे इस बंद होने से बचाया। यस बैंक का NPA इतना ज्यादा हो गया था, कि RBI को इसका मैनेजमेंट अपने हाथ में लेना पड़ा था। तब से यस बैंक खुद को रिकवर करने की कोशिश कर रहा हैं, लेकिन अभी भी इसके शेयर 2018 के अपने शिखर से काफी दूर है। पिछले 5 सालों में इसका शेयर करीब 88 पर्सेंट गिरा है। 2018 के अंत में यह शेयर करीब 180 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था, जो अब गिरकर 21.40 रुपये पर आ गया है।

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3. आईओसीएल (IOCL)

तीसरा शेयर है IOCL यानी इंडिया ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड। मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 साल में इस शेयर ने अपने निवेशकों के कुल 56,600 करोड़ रुपये डुबाए हैं।

4. इंडिया बुल्स हाउसिंग (India Bulls Housing)

इस स्टॉक ने पिछले 5 सालों में निवेशकों के 49,100 करोड़ डुबोए हैं। यह भी 2019 के बाद लगातार कारणों से सुर्खियों में रही है। इस पर अपने निवेशकों के पैसों में हेरफेर करने का आरोप भी लगा। हालांकि कॉरपोरेट मिनिस्ट्री को इन आरोपों के खिलाफ सबूत नहीं मिले, लेकिन इसके बाद से इसके रेवेन्यू लगातार कम होता गया। 2018 के बाद से इसके शेयरों में करीब 73.76 फीसदी की गिरावट आई है और इसका दौरान इसका शेयर प्राइस 820 रुपये से टूटकर 217 रुपये पर आ गया।

5. IndusInd Bank (इंडसइंड बैंक)

पांचवा और आखिरी शेयर है, इंडसइंड बैंक। आपको यह नाम सुनकर हैरानी होगी, लेकिन इंडसइंड बैंक ने पिछले 5 सालों में अपने निवेशकों के करीब 47,800 करोड़ रुपये डुबाए हैं। दरअसल साल 2021 में इसकी एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी, भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन जांच के दायरे में आ गई थी। इस पर करीब 80,000 लोन खातों को एवरग्रीन करने का आरोप लगा था।

लोन एवरग्रीन करने का मतलब है कि कंपनी किस्त में से सिर्फ ब्याज काटती थी और मूलधन जस का तस बना रहता था। सारे ब्याज चुकाने के बाद अंत में वह मूलधन को काटती थी। इस खबर के बाद 2020 में इसका स्टॉक ने करीब 80% का गोता लगाया था। हालांकि तब से यह लगातार बढ़ रहा है और इस साल में इसमें करीब 25 फीसदी की तेजी आई है।

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