यूएन उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने, पश्चिम अफ़्रीकी देशों के आर्थिक समुदाय (ECOWAS) की 49वीं वर्षगाँठ के अवसर पर एक कार्यक्रम में, अभी तक हुई प्रगति व तात्कालिक चुनौतियों को भी रेखांकित किया.
उन्होंने कहा, “पिछले एक दशक के दौरान, इस क्षेत्र में आतंकवाद में बहुत तेज़ उछाल आया है, जिसने विकास उपलब्धियों को पीछे की ओर धकेल दिया है.
ये हालात, सरकार के असंवैधानिक तरीक़े से बदलाव के कारण, और भी बदतदर हुए हैं, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अहम ख़तरा उत्पन्न हो गया है.”
उन्होंने कहा कि संकटों के इस जाल के बीच, मानवीय सहायता ज़रूरतें बढ़ रही हैं, जिनसे नए समीकरण बन रहे हैं और टकरावों के नए जोखिम उत्पन्न हो रहे हैं, क्षेत्र से परे भी.
आमिना मोहम्मद ने कहा, “ECOWAS 49 वर्ष पूरे होने के अवसर याद दिलाता है कि आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण है, मगर यह सम्भावनाओं से भी भरा हुआ है. इसमें हर देश के सामने दरपेश जटिलताओं का सामना करने के लिए बहुपक्षीय और क्षेत्रीय कार्रवाई की दरकार है.”
सामूहिक समाधान
यूएन उप महासचिव आमिना मोहम्मद ने कहा कि लोकतंत्र और अच्छी सरकार का मूल्य इस क्षेत्र के लिए अब भी प्रासंगिक है.
मगर हाल की घटनाएँ हमें बताती हैं कि आबादियाँ, लोकतंत्र के रूपों पर सवाल उठा रहे हैं और इन्हें स्थानीय वास्तविकताओं के अनुरूप, उद्देश्यों की पूर्ति में कारगर होने की ज़रूरत पर ज़ोर दे रही हैं.
उन्होंने इस क्षेत्र में टकरावों के मूल कारणों के समाधान निकालने जाने का आग्रह भी किया.
टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर नज़र रहे
यूएन उप प्रमुख ने कहा कि इस क्षेत्र में टिकाऊ विकास लक्ष्य, बहुत पीछे छूटे हुए हैं, जिन्हें पटरा पर लाए जाने की सख़्त ज़रूरत है.
आमिना जे मोहम्मद ने कहा कि वर्ष 2030 की समय सीमा का पालन करने के लिए, टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्रवाई तेज़ करने के लिए प्रयास किए जाने होंगे, जिनमें “साहसिक और रूपान्तरकारी” कार्रवाइयाँ शामिल हों.
ग़ाज़ा, सूडान में युद्ध बन्द करने की पुकार
यूएन उप महासचिव आमिना मोहम्मद ने सूडान और ग़ाज़ा में युद्धों की तरफ़ ध्यान आकर्षित किया, जो महिलाओं और बच्चों लसहित, आबादियो के लिए अकल्पनीय तकलीफ़ें दे रहे हैं.
उन्होंने ग़ाज़ा में तत्काल एक युद्धविराम लागू किए जाने, बन्धकों को बिना शर्त रिहाई किए जाने और दो राष्ट्रों के समाधान के रास्ते पर आगे बढ़ने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.
आमिना मोहम्मद ने कहा, “हम पूरे पश्चिम अफ़्रीका क्षे6 में बन्दूकें शान्त किए जाने के लिए, शान्ति की अपनी पुकार में एकजुट हैं. यह पुकार एकजुटता, दुनिया भर में टकरावों व युद्धों की समाप्ति की दिशा में काम करने के लिए भी है.”