वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया। वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है। बीजेपी ये मानकर चल रही है कि एक बार फिर वो केंद्र की सत्ता में काबिज होगी। हालांकि, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी के इस दावे को खारिज कर दिया है। थरूर का कहना है कि पिक्चर अभी बाकी है और अंतरिम बजट मोदी सरकार का अंतिम बजट लगता है।
“बेरोजगारी की बात भाषण से पूरी तरह गायब थी”
कांग्रेस नेता ने GDP को ‘गवर्नेंस, डेवलपमेंट और परफॉर्मेंस’ बताने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आलोचना भी की। थरूर ने कहा कि इस व्यवस्था के तहत ‘G’ का मतलब ‘गवर्नमेंटल इंट्रूजन एंड टैक्स टेररिज्म’ (सरकारी घुसपैठ और कर आतंकवाद), ‘D’ का मतलब ‘डेमोग्रेफिक बिट्रेयल’ (जनसांख्यिकीय विश्वासघात) और ‘P’ का मतलब ‘पावर्टी एंड राइजिंग इनिक्वालिटी’ (गरीबी और बढ़ती असमानता) है। थरूर ने एक इंटरव्यू में कहा कि अंतरिम केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि बेरोजगारी की बात वित्त मंत्री के भाषण से पूरी तरह गायब थी।
“लोग राम मंदिर के लिए गर्व करते हुए वोट करें”
कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि आम आदमी के जीवन में सुधार के मामले में सरकार को ‘एफ ग्रेड’ (अनुत्तीर्ण) मिलता है। थरूर ने कहा, “मुद्रास्फीति, विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी इतनी चौंकाने वाली है कि नीचे की 20 प्रतिशत आबादी बाजार में उन्हें खरीदने में असमर्थ है, जबकि वे एक या दो साल पहले खरीद सकते थे। यह आम भारतीय के जीवन की वास्तविकता है, यही कारण है कि सरकार चाहती है कि लोग राम मंदिर के लिए गर्व करते हुए वोट करें या बालाकोट, पुलवामा की घटना को लेकर पाकिस्तान पर कथित प्रहार के लिए गर्व के आधार पर वोट दें।”
“सरकारें आम लोगों के जीवन में सुधार के लिए चुनी जाती हैं”
पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना था कि बीजेपी को 2019 में इसी तरह कामयाबी मिली थी। उन्होंने कहा, “इस बार राम मंदिर मुद्दा बनने जा रहा है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि अबू धाबी मंदिर को जोड़ा जााएगा। स्पष्ट रूप से सरकारें ऐसा करने के लिए नहीं चुनी जाती हैं, सरकारें आम लोगों के जीवन में सुधार के लिए चुनी जाती हैं। क्या इस सरकार ने ऐसा किया? मैं कहूंगा कि उस विशेष मानदंड पर सरकार पूरी तरह नाकाम है।”
बीजेपी का दावा, 2024 के चुनावों का नतीजा पहले से तय
यह पूछे जाने पर कि सीतारमण का कहना है कि जुलाई में सरकार ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य के लिए एक विस्तृत रोडमैप पेश करेगी और बीजेपी का दावा है कि 2024 के चुनावों का नतीजा पहले से तय है। थरूर ने कहा, “पिक्चर अभी बाकी है।” तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा कि मतदान से पहले मतों की गिनती नहीं की जा सकती। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष के पास अभी भी समय है कि वह मिलकर काम करे और लोगों के समक्ष आर्थिक वास्तविकताओं को रखे। थरूर का कहना था कि यह अंतरिम बजट मोदी सरकार का ‘अंतिम बजट’ लगता है।