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हेती में मानवाधिकारों की स्थिति ‘बेहद चिन्ताजनक’, यूएन कार्यालय की नई रिपोर्ट

हेती में मानवाधिकारों की स्थिति ‘बेहद चिन्ताजनक’, यूएन कार्यालय की नई रिपोर्ट

मंगलवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में कम से कम 5,626 लोगों की मौत हुई है, और 2,213 से अधिक घायल हुए हैं. हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स समेत अधिकाँश हिस्सों पर आपराधिक गुटों का नियंत्रण है. 2023 की तुलना में ये आँकड़े चिन्ताजनक वृद्धि को दर्शाते हैं, जब एक हज़ार लोग हताहत हुए थे.

यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि हेती में सुरक्षा हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. 

यूएन कार्यालय, BINUH के अनुसार, 2024 के अन्तिम तीन महीनों में आपराधिक गुटों, आत्मरक्षा दल और क़ानून व्यवस्था एजेंसियों की हिंसा में तेज़ उछाल देखा गया. इस दौरान 1,732 लोगों की जान गई और 411 लोग घायल हुए. रिपोर्ट में तीन घटनाओं का उल्लेख किया गया है, जिसमें 300 से अधिक लोगों की जान गई.

इनमें पोर्त-ओ-प्रिन्स के व्हार्फ़ जर्मिये इलाक़े में हुआ हमला भी है, जहाँ बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे. 6 से 11 दिसम्बर के दौरान एक आपराधिक गुट के ने आरोप लगाया कि बुज़ुर्ग आबादी ने जादू-टोने के इस्तेमाल से उसके मुखिया के बच्चे की जान चली गई.

इसके बाद, आपराधिक गैंग ने कम से कम 207 लोगों को जान से मार दिया. लोगों की उनके घरों में, उपासना स्थलों में हत्याएँ की गई, उन्हें जलाया गया या फिर साक्ष्य मिटाने के लिए शवों को क्षत-विक्षत कर दिया.

पाँच दिनों तक चले इस हमले के दौरान, सुरक्षा एजेंसियों की कोई दख़ल नहीं हुई. ऐसी ही घटनाएँ हेती के अन्य इलाक़ों में दर्ज की गई हैं, जहाँ दिसम्बर के आरम्भिक दिनों में कम से कम 170 लोगों की मौत हुई.

इन हत्याओं के बाद, आत्मरक्षा गुटों ने बदले की भावना से कार्रवाई की है, जिससे हिंसा बढ़ी है.

सरकारी संरक्षण में हत्याएँ

हेती के सुरक्षा बलों पर भी मानवाधिकार हनन के मामलों को अंजाम देने के आरोप लगे हैं. यूएन कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के दौरान, पुलिस ने 250 से अधिक लोगों को जान से मार दिया, जिनमें दो बच्चे भी थे.

अनेक व्यक्तियों की हिरासत में लेने के बाद हत्या की गई, जबकि अन्य को पहचान पत्र देने में विफल रहने पर मारा गया.

जवाबदेही की मांग किए जाने के बावजूद, पुलिस दुर्व्यवहार के मामलों की जाँच मोटे तौर पर अवरुद्ध है. जून 2023 के बाद किसी अधिकारी की जाँच नहीं हुई है, जोकि उपयुक्त निरीक्षण व्यवस्था के अभाव को दर्शाता है. 

विशाल पैमाने पर उपजे संकट के बावजूद, हेती की न्याय व्यवस्था लचर है और हत्याओं व भ्रष्टाचार के अनेक बड़े मामलों में न्यायिक प्रक्रिया बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही है.

यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने हेती में क़ानून व्यवस्था को बहाल किए जाने पर बल दिया है और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन की पूर्ण तैनाती को सुनिश्चित किया जाना होगा.

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