इस मिशन को पिछले वर्ष अक्टूबर में हरी झंडी मिली थी, ताकि आपराधिक गुटों की हिंसा से पीड़ित हेती में, स्थानीय पुलिस को सहायता प्रदान की जा सके.
इस मिशन की अगुवाई केनया द्वारा की गई है, और फ़िलहाल 410 पुलिस अधिकारी ज़मीन पर मौजूद हैं. सुरक्षाकर्मियों की यह संख्या बढ़कर 2,500 पहुँचने की सम्भावना है. फ़िलहाल, हेती एक गम्भीर संकट की चपेट में है.
कुछ महीने पहले हालात बद से बदतर हो गए जब आपराधिक गुटों ने राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स पर अपनी पकड़ मज़बूत कर ली थी. इस दौरान उन्होंने पुलिस थानों और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों पर हमले किए और जेलों को तोड़कर हज़ारों क़ैदियों को रिहा करा लिया था.
विमान उड़ानें ठप हो गई थीं और तत्कालीन प्रधानमंत्री एरियल हैनरी ने इस्तीफ़ा दे दिया था. हेती में गैंग हिंसा की वजह से, लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं.
इस पृष्ठभूमि में, बहुराष्ट्रीय सुरक्षा मिशन द्वारा हिंसा पर लगाम कसने की कोशिश की जा रही है, ताकि एक सुरक्षित माहौल में मानवीय आवश्यकताओं को पूरा करना सम्भव हो सके और निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव का मार्ग प्रशस्त हो.
15 सदस्य देशों वाली सुरक्षा परिषद ने सोमवार को प्रस्ताव 2751 पर एकमत से मतदान करते हुए, मिशन से तैनाती की प्रक्रिया में तेज़ी लाने का आग्रह किया. साथ ही, सभी देशों से अनुरोध किया गया है कि इस मिशन के लिए स्वैच्छिक योगदान व समर्थन मुहैया कराया जाना होगा.
इस प्रस्ताव में स्पष्ट किया गया है कि यूएन महासचिव, अनुरोध किए जाने पर, मिशन को अभियान संचालन सम्बन्धी समर्थन मुहैया करा सकते हैं. मगर, इसके लिए पूर्ण वित्तीय भुगतान किया जाना होगा, और इस प्रक्रिया में यूएन मानवाधिकार नीतियों का ख़्याल रखा जाना होगा.
अभूतपूर्व सुरक्षा संकट
पिछले सप्ताह गुरूवार को, हेती की संक्रमणकालीन सरकार में राष्ट्रपति एडगर्ड लेबलांक फ़िल्स ने यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए आगाह किया था कि उनका देश एक अभूतपूर्व सुरक्षा संकट से जूझ रहा है.
“आम नागरिक आज़ादी से घूमने या स्कूल जाने के बजाय भय के माहौल में रह रहे हैं, विशेष रूप से राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स के आसपास.” इसके मद्देनज़र, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से हेती के लिए समर्थन देने का आग्रह किया था.
हिंसा के कारण हेती में मानवीय आवश्यकताओं में भी उछाल आया है और देश में आधी से अधिक आबादी, अचानक भूख का सामना कर रही है.
संयुक्त राष्ट्र में हेती के स्थाई प्रतिनिधि, राजदूत एंटोनियो रोड्रिग ने मिशन की अवधि में विस्तार किए जाने का स्वागत किया है, मगर सचेत किया कि इसे पूर्ण रूप से यूएन शान्तिरक्षा मिशन में तब्दील किए जाने की ज़रूरत है.
साथ ही, वित्तीय समर्थन बढ़ाया जाना होगा, मिशन के लिए और अधिक संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करनी होगी, और इस मिशन को शान्तिरक्षा मिशन का रूप दिया जाना, ना केवल आवश्यक है बल्कि यह तुरन्त उठाने जाने वाला क़दम भी है.