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सुरक्षा परिषद: यमन, इसराइल और लाल सागर में बढ़ते हमलों, गहराते तनाव पर चेतावनी

सुरक्षा परिषद: यमन, इसराइल और लाल सागर में बढ़ते हमलों, गहराते तनाव पर चेतावनी

मध्य पूर्व, एशिया व प्रशान्त क्षेत्र के लिए सहायक महासचिव ख़ालेद ख़िएरी ने सोमवार को सुरक्षा परिषद की बैठक को सम्बोधित करते हुए आगाह किया कि मध्य पूर्व एक और ख़तरनाक टकराव की ओर बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि इसराइल और यमन के अलावा, लाल सागर क्षेत्र में हुए हमलों से गहरी चिन्ता उपजी है. इस क्षेत्र में सैन्य टकराव का भड़कना क्षेत्रीय अस्थिरता के लिए ख़तरा है, जिसके प्रतिकूल राजनैतिक, सुरक्षा, आर्थिक व मानवतावादी नतीजे हो सकते हैं.

“हमें नकारात्मकता की ओर जाने वाले इस रास्ते की दिशा पलटने के लिए अपने हरसम्भव प्रयास करने होंगे और मध्य पूर्व में हिंसक टकरावों का अन्त करने के लिए व्यापक प्रयासों को समर्थन देना होगा.”

बढ़ता टकराव

ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध के साए में, पिछले एक वर्ष से हूथी लड़ाकों ने इसराइल पर हमले किए हैं, और लाल सागर व अदन की खाड़ी में जहाज़ों को भी निशाना बनाया है.

ख़ालेद ख़िएरी ने कहा कि 13 दिसम्बर से अब तक, हूथी लड़ाकों ने इसराइल पर कम से कम 11 हमले किए हैं, जिनमें बैलेस्टिक मिसाइल और चालक रहित विमानों का इस्तेमाल किया गया है.

यूएन सहायक महासचिव ने यमन व इसराइल के बीच गहराते टकराव पर सुरक्षा परिषद की बैठक को सम्बोधित किया.

यूएन सहायक महासचिव ने यमन व इसराइल के बीच गहराते टकराव पर सुरक्षा परिषद की बैठक को सम्बोधित किया.

इसके जवाब में, इसराइल ने 19 दिसम्बर को यमन में हूथी लड़ाकों के नियंत्रण वाले हुदायदाह, सलीफ़ और राजधानी सना समेत अन्य इलाक़ों में ऊर्जा व बन्दरगाह से जुड़े बुनियादी ढाँचों पर हवाई हमले किए.

इसराइली सेना ने दावा किया है कि इन हमलों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

यूएन के सहायक महासचिव ने सदस्य देशों को बताया कि इन हमलों में 9 आम नागरिकों की जान गई है और लाल सागर बन्दरगाहों को क्षति पहुँची है और उनकी क्षमता पर असर हुआ है.

कठिन चुनौती

इसके अलावा, इसराइल ने सना के दो ज़िलों में दो पावर स्टेशन पर भी हमले किए, जिससे वहाँ और हुदायदाह में अस्थाई तौर पर बिजली आपूर्ति में व्यवधान आया.

इसराइल ने हूथी लड़ाकों द्वारा छोड़ी गई अनेक मिसाइलों को बीच में ही मार गिराने की बात कही है, मगर इन हमलों में इसराइली नागरिक घायल हुए हैं. इसराइली सैन्य बलों ने 26 दिसम्बर को सना के अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और पश्चिमी तट पर लाल सागर बन्दरगाहों को निशाना बनाया था.

उस समय वहाँ यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस व उनकी टीम मौजूद थी, जो हूथी विद्रोहियों द्वारा बन्धक बनाए गए यूएन कर्मचारियों व अन्य संगठन के प्रतिनिधियों की रिहाई पर बातचीत के लिए गए थे.

सहायक महासचिव के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 6 लोग मारे गए थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे. एयरपोर्ट पर हमले में यूएन मानवतावादी विमान सेवा के चालक दल का एक सदस्य भी घायल हुआ.

इस सम्बन्ध में, यूएन ने हूथी लड़ाकों से सभी कर्मचारियों को बिना किसी शर्त के, तुरन्त रिहा किए जाने की अपील की है.

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