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सीरिया: लापता व्यक्तियों को ढूंढने, बन्दियों के लिए न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह

सीरिया: लापता व्यक्तियों को ढूंढने, बन्दियों के लिए न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह

इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार को बताया था कि विशेष दूत पैडरसन सीरिया में सभी पक्षों के साथ सम्पर्क में हैं और स्थानीय नागरिकों के नेतृत्व में एक शान्तिपूर्ण भविष्य की दिशा में क़दम बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं.

उन्होंने बुधवार को दक्षिण अफ़्रीका के प्रेटोरिया में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संयुक्त राष्ट्र, सीरिया में बिना किसी व्यवधान के सत्ता हस्तांतरण को समर्थन देने के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है.

यूएन प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि सीरिया के भविष्य के लिए आशा के संकेत नज़र आ रहे हैं, और एक समावेशी राजनैतिक प्रक्रिया को अपनाते हुए सभी अल्पसंख्यकों के अधिकारों का पूर्ण रूप से सम्मान करना होगा.

विशेष दूत पैडरसन ने गुरूवार को अपने वक्तव्य में उन तस्वीरों व व्यथा पर ध्यान केन्द्रित किया, जोकि पूर्व शासन व्यवस्था की जेलों में से आज़ाद कराए जाने वाले बन्दियों की हैं. 

पिछले कुछ दिनों में असद सरकार के पतन के बाद, ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनके अनुसार सेडनाया समेत अन्य जेलों से सीरियाई बन्दियों को रिहा किया जा रहा है, जिन्हें बेहद ख़राब परिस्थितियों में वहाँ हिरासत में रखा गया था.

“विस्तृत जानकारी और ग़वाही के बावजूद, ये कारागार व्यवस्था की भयावहता की केवल सतह ही है.” उन्होंने कहा कि ये तस्वीरें बयाँ ना की जा सकने वाली पीड़ा को दर्शाती हैं, जिन्हें इन क़ैदियों, उनके परिजन ने भुगता है.

विशेष दूत के अनुसार, यह समय निर्णायक, करुणामय कार्रवाई करने का है और इस प्रक्रिया में अन्तरराष्ट्रीय समुदाय व सभी सम्बद्ध पक्षों को लापता व हिरासत में रखे गए लोगों के परिजन को मदद देनी होगी.

इसमें मेडिकल देखभाल, मनोसामाजिक समर्थन, क़ानूनी सहायता व सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था करना है.

उन्होंने सीरिया के हिरासत केन्द्रों में अंजाम दिए गए अपराध और लापता व्यक्तियों के मामलों में सबूत जुटाने पर बल दिया ताकि न्याय व जवाबदेही की तलाश कर रहे परिवारों को समर्थन दिया जा सके.

बन्दियों को समर्थन, दोषियों की जवाबदेही

विशेष दूत के अनुसार, सीरिया की जेलों से आज़ाद कराए गए बन्दियों की मानवीय सहायता आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा, उन अनगिनत लोगों का भी ख़याल रखा जाना होगा जिन्हें युद्ध से बदहाल देश में अन्य गुटों ने अपनी हिरासत में रखा हुआ है.

गेयर पैडरसन ने उनकी तत्काल रिहाई की अपील की है और सभी पक्षों से संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न निकायों, जैसेकि लापता व्यक्तियों के लिए स्वतंत्र संस्थान (IIMP), अन्तरराष्ट्रीय निष्पक्ष व स्वतंत्र तंत्र (IIIM), और सीरिया पर अन्तरराष्ट्रीय जाँच आयोग (CoI) के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया है.

इस बीच, यूएन-समर्थित रासायनिक हथियार निषिद्ध संगठन (OPCW) अपनी एक विशेषज्ञ टीम सीरिया भेजने की तैयारी में जुटा है, और सुरक्षा हालात के अनुरूप इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. 

संगठन के महानिदेशक फ़र्नान्डो ऐरियस ने बताया कि असद शासन के दौरान, सीरिया ने अपने हथियार कार्यक्रम के बारे में कभी भी पूर्ण रूप से जानकारी मुहैया नहीं कराई थी, जबकि लम्बे गृहयुद्ध के दौरान उनका कई बार इस्तेमाल किया गया.

महानिदेशक ऐरियस के अनुसार, उनके संगठन का लक्ष्य सीरिया के रासायनिक हथियार कार्यक्रम का पूर्ण रूप से उन्मूलन और पूर्व सीरियाई सरकार में दोषियों की जवाबदेही तय करना है.

सीरिया में 6 वर्षीय अब्दुल्ला उस दीवार के सामने खड़ा है, जहाँ गोलाबारी के बाद उसे व उसकी बहन को मलबे के नीचे से निकाला गया था.

सीरिया में 6 वर्षीय अब्दुल्ला उस दीवार के सामने खड़ा है, जहाँ गोलाबारी के बाद उसे व उसकी बहन को मलबे के नीचे से निकाला गया था.

WFP के सहायता प्रयास

इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) सीरिया में अपने खाद्य सहायता कार्यक्रम का स्तर व दायरा बढ़ाने में जुटा है. देश में 28 लाख विस्थापितों व खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे लोगों तक मदद पहुँचाए जाने की कोशिशें हो रही हैं.

पिछले डेढ़ दशक से जारी युद्ध, पड़ोसी देश लेबनान में हाल ही में हिंसक टकराव में आई तेज़ी और ग़ाज़ा में इसराइल-हमास के बीच लड़ाई के कारण सीरिया पहले से ही अस्थिरता से जूझ रहा था.

इस पृष्ठभूमि में, हथियारबन्द लड़ाकों के गुटों ने साथ मिलकर तेज़ी से सीरिया के शहरों को अपने क़ब्ज़े में लेना शुरू किया, और जल्द ही राजधानी दमिश्क पर भी अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया. पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद को सीरिया छोड़कर जाना पड़ा.

सीरिया के लिए WFP देशीय निदेशक कैन क्रॉसली ने बताया कि सीरिया के लिए यह अहम समय है. WFP की टीम ज़मीन पर सबसे निर्बल समुदायों तक ज़रूरी खाद्य पहुँचाने में जुटी है.

देश में खाद्य क़ीमतों में उछाल आया है, सीरियाई मुद्रा में गिरावट आ रही है. अति-आवश्यक सामान जैसेकि चावल, चीनी व तेल की आपूर्ति कम है और ब्रैड की क़ीमतों में उछाल आया है. जिससे खाद्य सहायता के स्तर को बढ़ाना ज़रूरी हो गया है.

यूएन खाद्य एजेंसी का कहना है कि अगले छह महीनों में 25 करोड़ डॉलर की आवश्यकता होगी ताकि 28 लाख विस्थापितों व सम्वेदनशील हालात से जूझ रहे लोगों को मदद मुहैया कराई जा सके.

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