ऐडम अब्देलमौला ने शुक्रवार को यूएन न्यूज़ के एज़्ज़त अल फ़ैरी के साथ बातचीत में कहा है कि सीरिया की स्थिरता से न केवल उप-क्षेत्र बल्कि सभी को, यानी पूरी दुनिया को लाभ होगा.
उन्होंने राजधानी दमिश्क से बातचीत में कहा कि यूएन लगातार हयात तहरीर अल-शाम (HTS) संगठन के वास्तविक अधिकारियों के साथ सम्पर्क में है – जो अब देश में सत्ता पर क़ाबिज़ है.
उनसे क़ानून और व्यवस्था बनाए रखने, समावेशिता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि अस्पताल और अन्य बुनियादी सेवाएँ चालू रहें.
HTS को सुरक्षा परिषद ने एक आतंकवादी समूह नामित किया हुआ है.
ऐडम अब्देलमौला ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए, किसी भी इकाई के साथ बातचीत करता है जिसका, मानवीय सहायता की ज़रूरत वाले क्षेत्र पर क्षेत्र पर नियंत्रण हो.
उन्होंने कहा, “जब हमारे मानवीय सहायता कार्य की बात आती है तो हम स्वतंत्रता, निष्पक्षता और तटस्थता के मानवीय सिद्धान्तों का पालन करते हैं. और हम दुनिया भर में नियमों का एक तरीक़े से ही पालन करते हैं.”
“इसमें हम ज़रूरतमन्द लोगों के क्षेत्र में नियंत्रण वाले प्रशासन के साथ बातचीत करते हैं. और सीरिया को भी अपवाद नहीं होना चाहिए, चाहे वहाँ कोई भी प्रभारी हो.”
उन्होंने देश में उत्पन्न अत्यन्त जर्जर मानवीय स्थिति की तरफ़ ध्यान आकर्षित किया, जहाँ लगभग 14 वर्षों के गृहयुद्ध ने लगभग एक करोड़ 70 लाख लोगों को मानवीय सहायता का ज़रूरतमन्द बना दिया है.
स्थिति अत्यन्त जटिल
पड़ोसी लेबनान में हाल ही में तेज़ हुए युद्ध से बचकर भागे लोगों के सीरिया में पहुँचने से स्थिति और भी अधिक जटिल हो गई है.
लेबनान में रह रहे बड़ी संख्या में सीरियाई शरणार्थी, अब अपने घरों को वापिस लौटने के बारे में सोच रहे हैं.
ऐडम अब्देलमौला ने आगाह करते हुए कहा है कि अगर मानवीय स्थिति को बहुत सावधानी से और पर्याप्त रूप से नहीं संभाला गया तो इससे अस्थिरता का माहौल भी बन सकता है.
और ऐसा माहौल भी बन सकता है जिसका आतंकवादी तत्व और विशेष रूप से दाएश जैसे संगठन फ़ायदा उठा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि रविवार, 8 दिसम्बर को असद सरकार का पतन होने के बाद, यह पहला शुक्रवार था जिसके दौरान बहुत से लोगों को सड़कों पर जश्न मनाते हुए देखा गया.
इस बीच एचटीएस के नेता ने शुक्रवार की नमाज़ के बाद, तमाम सीरियाई लोगों को बाहर आकर जश्न मनाने और उसके बाद देश निर्माण में सक्रिय हो जाने का आहवान किया. मगर इस पृष्ठभूमि में देश के कुछ हिस्सों में युद्ध अब भी जारी है.
पूर्वोत्तर इलाक़े में सीरियाई लोकतांत्रिक बलों (SDF) और तथाकथित सीरियाई राष्ट्रीय सेना के बीच युद्ध जारी रहने की ख़बरे हैं.
दियर अज़-ज़ूर के आसपास के कुछ इलाक़ों में भी हयात तहरीर अल-शाम और एसडीएफ़ के बीच लड़ाई हो रही है. जबकि पश्चिमोत्तर इलाक़े में एसडीएफ़ और एचटीएस के बीच लड़ाई होने की ख़बरें हैं.
यूएन अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि समय बीतने के साथ ये लड़ाइयाँ बन्द हो जाएंगी और देश के अन्य हिस्सों की तरह इन इलाक़ों में भी शान्ति बहाल हो जाएगी.