नवप्रवर्तक, परिवर्तन में तेज़ी लाने की इस वर्ष की थीम के अनुरूप, सुरक्षित शौचालयों के बिना रहने वाले, दुनिया के लगभघ साढ़े तीन लोगों में से, कुछ की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए चल रहे प्रयासों में का हिस्सा रहे हैं.
नेपाल में, अपने गाँव को स्वच्छता को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करने से लेकर, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) द्वारा, 2022 में शुरू की गई एक नई योजना तक, ये परिवर्तनकारी हस्तियाँ और योजनाएँ, स्वच्छ जल और स्वच्छता के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, 2030 विकास एजेंडा की महत्वाकांक्षा की दिशा में प्रगति को आगे बढ़ा रहे हैं. टिकाऊ विकास लक्ष्य – 6 यही है.
केन्या में युवाओं का एक ऐसा ही समूह भी ऐसे ही प्रयास कर रहा है जो देश के किसुमू में स्वच्छता नवाचार चला रहा है.
पुरस्कार विजेता इको-टॉयलेट

युवा उद्यमियों की एक टीम से बनी कम्पनी Saniwise Technologies ने एक पुरस्कार विजेता इको-टॉयलेट बनाया है जो खाद और चिकन फ़ीड का भी उत्पादन करता है.
सैनिवाइज़ की चेलसी जोहानेस का कहना है, “मैं, एक कम आय वाले क्षेत्र में, अकेली माँ द्वारा पले-बढ़े होने के कारण, चुनौतियों को समझती हूँ.”
“शौचालयों का रखरखाव कठिन है, और उन्हें ठीक से ख़ाली करने के लिए, कोई भी धन का योगदान नहीं करना चाहते. यही एक कारण है कि हमने सैनिवाइज़ की स्थापना की.
उन्होंने कहा कि सैनिवाइज़ टीम का लक्ष्य, अपने नीले, हवादार प्रोटोटाइप का उपयोग करके, समुदाय के लिए और बहुत से शौचालयों तैयार करना है.
कम्पनी ने, ऐसा करने के लिए पहले ही बीजक रक़म जीत ली है और ये रक़म उसे, इसके प्रोटोटाइप ने ‘जैनरेशन अनलिमिटेड‘ द्वारा आयोजित एक वैश्विक प्रतियोगिता में दूसरा पुरस्कार जीतने पर मील थी.
इसे यूनीसेफ़, माइक्रोसॉफ़्ट, आइकिया और अन्य भागीदारों ने, इन जैसे नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया था.
हरित प्रोटोटाइप
प्लास्टिक कचरे सहित पुनर्नवीनीकरण सामग्री से बना, प्रोटोटाइप अच्छी तरह हवादार है और शुष्क शौचालय प्रौद्योगिकियों का उपयोग करता है. शौचालय में काली सैनिक मक्खी के कीट, मानव अपशिष्ट को खाद में तब्दील कर देते हैं.
चेलसी जोहानेस, शोचालय पैन की तरफ़ इशारा करते हुए बताती हैं, “यह काली सैनिक मक्खी के कीट डिम्भ हैं. वे कचरे को पचा रहे हैं. आप देख सकते हैं कि यह पहले से ही, मिट्टी की तरह दिखता है. चार दिनों के समय में, यह खाद के रूप में बेचने के लिए तैयार हो जाएगा.”
‘युवा अपनी मदद स्वयं कर रहे हैं’
सैनिवाइज़ टैक्नोलॉजीज़, 77 वर्षीय जॉन ओचिएंग जैसे स्थानीय किसानों को भी उप-उत्पाद भी बेचती है.
जॉन ओचिएंग, एक गर्म, उमस भरी सुबह, अपने के खेत में नंगे पैर चहल क़दमी करते हुए पहुँचते हैं. रास्ते में, वह चेलसी जोहानेस और उनके सहयोगियों से, पास की एक झील पर मुलाक़ात के दौरान, उनसे खाद का एक बैग इकट्ठा करते हैं.
जॉन ओचिएंग कहते हैं, “मैं उनके बनाए हुए शौचालय के बारे में जानने के लिए उत्सुक था. उन्होंने मुझे बताया कि इससे खाद और मुर्गी का चारा बनता है, इसलिए मैंने उनसे कुछ नमूने ख़रीदे.”
यह खाद पहले से ही उनके खेत की मदद कर रही है.
उन्होंने कहा, “मुझे ये उत्पाद पसन्द हैं. यह खाद मेरी फ़सलों को बहुत हरा-भरा और फलदार बनाने में मदद करता है. जब मैंने अपनी मुर्ग़ियों को ये चारा दिया, तो उन्हें ये बहुत पसन्द आया. युवाओं को अपनी मदद स्वयं करते हुए देखना अच्छा लगता है.”
इस बारे में और जानें कि संयुक्त राष्ट्र, दुनिया भर में स्वच्छ जल और स्वच्छता में सुधार की प्रगति में तेज़ी लाने में किस तरह मदद कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया भर में इस समय लगभग 2 अरब 20 करोड़ लोगों के पास, सुरक्षित रूप से प्रबन्धित पीने के पानी और हाथ धोने की बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं. दुनिया भर में लगभग साढ़े तीन अरब लोग, सुरक्षित तरीक़े से प्रबन्धित स्वच्छता सुविधाओं से वंचित हैं.
