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विश्व शहरी फ़ोरम: वैश्विक आवास संकट का समाधान ढूंढने के लिए बैठक

विश्व शहरी फ़ोरम: वैश्विक आवास संकट का समाधान ढूंढने के लिए बैठक

विश्व शहरी फ़ोरम क्या है?

विश्व के शहरी इलाक़ों में रूपान्तरकारी बदलाव लाने पर केन्द्रित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के तौर पर वर्ष 2001 में ‘विश्व शहरी फ़ोरम’ आरम्भ हुआ था. विश्व शहरी फ़ोरम (World Urban Forum), संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख सम्मेलन है, जोकि हर दो साल में आयोजित किया जाता है. 

इसका उद्देश्य, तेज़ी से बढ़ते शहरीकरण से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए समाधान ढूँढना है. इस वर्ष, यह सम्मेलन, 4 से 8 नवम्बर तक मिस्र के काहिरा शहर में होगा.

सतत शहरों व नगरों के लिए यूएन एजेंसी, UN-Habitat को इस फ़ोरम के ज़रिये, विभिन्न विषयों व रुझानों पर जानकारी एकत्र करने, नई साझेदारी गढ़ने, और वैश्विक आवास संकट, जलवायु परिवर्तन, हिंसक टकराव और निर्धनता समेत अन्य चुनौतियों के समाधान खोजने में मदद मिली है.

नाइजीरिया के लागोस लगून में वाहनों से निकलने वाले धुंए और कूड़े के ढेर में आग लगाने से हवा प्रदूषित हो रही है.

नाइजीरिया के लागोस लगून में वाहनों से निकलने वाले धुंए और कूड़े के ढेर में आग लगाने से हवा प्रदूषित हो रही है.

यह अहम क्यों है?

आज, लगभग 50 फ़ीसदी वैश्विक आबादी शहरों में रहती है, और 2050 तक इसके 70 फ़ीसदी तक पहुँचने का अनुमान है. बड़ी संख्या में लोगों द्वारा शहरी केन्द्रों की ओर पलायन करने से, उनके समुदायों, शहरों, अर्थव्यवस्थाओं, जलवायु परिवर्तन और नीतियों पर बड़ा असर पड़ रहा है.

सबसे अधिक वृद्धि अफ़्रीका में होने की उम्मीद है, जहाँ अगले 30 वर्षों में शहरी आबादी के दोगुना होने का अनुमान है. कई अन्य अफ़्रीकी शहरों समेत, काहिरा भी दुनिया के सबसे बड़े महानगरीय केन्द्रों में से एक बन सकता है. सम्भव है कि 2035 तक यह एक करोड़ लोगों का घर बन जाए.  

UN-Habitat की कार्यकारी निदेशक एनाक्लॉडिया रॉसबाख ने यूएन न्यूज़ को बताया, “मैं विश्व शहरी फ़ोरम को बदलाव के लिए एक बड़े गठबंधन के रूप में देखती हूँ.” इसका लक्ष्य, सतत शहरी विकास को आगे बढ़ाने और उसे साकार करने में शामिल लोगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है.

बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहरी इलाक़े में, झुग्गी बस्ती से होकर बहती एक प्रदूषित नहर.

बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहरी इलाक़े में, झुग्गी बस्ती से होकर बहती एक प्रदूषित नहर.

इस वर्ष की थीम क्या है?

इस साल के सम्मेलन का विषय है “इसकी शुरूआत घर से होती है: टिकाऊ शहरों व समुदायों के लिए स्थानीय स्तर पर कार्रवाई. इसके तहत, इस बात पर बल दिया गया है कि समाधान वहाँ से शुरु होने चाहिए, जहाँ लोग रहते हैं, जहाँ उनका कामकाज है और जहाँ वे अपना जीवन गुज़ारते हैं.

सम्मेलन में, जलवायु परिवर्तन और बढ़ती असमानताओं के कारण जटिल होते जा रहे, वैश्विक आवास संकट को दूर करने के लिए स्थानीय स्तर पर कार्रवाई पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा.

एनाक्लॉडिया रॉसबाख ने कहा, “विचार-विमर्श को घर के क़रीब लाकर व स्थानीय कार्रवाई पर ध्यान केन्द्रित करके, हमारा लक्ष्य वैश्विक लक्ष्यों को हासिल करके, लोगों के जीवन में ठोस सुधार लाना है. WUF12 सफल स्थानीय पहलों पर चर्चा करने और उनसे सीखने के एक मंच के रूप में काम करेगा.” 

“साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एक शहर में हुई प्रगति से प्रेरणा लेकर, अन्य स्थानों में वैसे ही प्रयास आरम्भ किए जा सकें.”

प्रतिनिधि उन तौर-तरीक़ों के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे, जिन्हें योजनाकार एवं अधिकारी, शहरों को और अधिक टिकाऊ बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, हरित स्थान, पार्क एवं शहरी वनों का विकास, जिससे गर्म- द्वीपीय प्रभाव घटाने, वायु गुणवत्ता में सुधार करने तथा जैव विविधता की वृद्धि करने में मदद मिल सके.

मैक्सिको का बाइसेन्टेनियल पार्क.

अगला क़दम क्या होगा?

WUF12 सम्मेलन के ठोस नतीजों में से एक, काहिरा में अल-असमारत नामक निम्न-आय वाले क्षेत्र की पुनर्बहाली होगी. काहिरा के गवर्नर के साथ साझेदारी में शुरू की गई यह पहल, सतत शहरीकरण के जीवन्त उदाहरण के रूप में विकसित करने की योजना का हिस्सा है.  

एनाक्लॉडिया रॉसबाख ने कहा, “यह पहल हमारे इस विश्वास का प्रमाण है कि हर शहर, हर समुदाय, और हर निवासी बेहतर भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.”

UN-Habitat के लिए WUF12 के दौरान, सतत शहरी विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नई साझेदारी एवं गठबंधन को स्थापित किए जाने पर भी ध्यान दिया जाएगा. इन प्रयासों से, संगठन का ‘नया शहरी एजेंडा’ और 2030 के  सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मज़बूती आएगी, जिनका उद्देश्य सर्वजन के लिए बेहतर एवं अधिक टिकाऊ भविष्य की परिकल्पना प्रस्तुत करना है.

यूएन आवासीय एजेंसी, स्थानीय अधिकारियों व प्रेरणादायक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर, विश्व में शहरों में रहने वाले लोगों के जीवन में सुधार लाने से जुड़ी परियोजनाओं पर काम करती रहेगी. 

उदाहरण के लिए, केन्या के नैरोबी शहर के किबेरा क्षेत्र में, UN-Habitat, एक स्थानीय संगठन के साथ मिलकर, न्गोंग नदी की पुनर्बहाली और स्थानीय पर्यावरण में सुधार लाने के प्रयासों में जुटा है, इसी तरह, म्याँमार के यंगून शहर में, यूएन आवासीय एजेंसी, स्थानीय समूहों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर वर्षा जल संचयन टैंक लगा रही है, जिससे सबसे कमज़ोर समुदायों को सुरक्षित एवं किफ़ायती पेयजल उपलब्ध हो सकेगा. 

इसके अलावा, बोलीविया में, UN-Habitat ने एक राष्ट्रीय योजना के विकास का समर्थन किया है, जिसका उद्देश्य शहरी निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है.

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