उद्योग/व्यापार

विदेशी निवेशकों की खरीदारी के बल पर बाजार रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंचा, सपाट बंद हुआ रुपया

भारतीय इक्विटी इंडेक्सेस ने 28 मार्च को समाप्त छोटे हफ्ते में ठोस लाभ दर्ज किया। वित्तीय वर्ष 2024 के अंतिम सत्र में इंडेक्सेस अपने रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंच गए। बाजारों को मिले-जुले वैश्विक बाजारों, एफआईआई के शुद्ध खरीदार बनने और चालू खाता घाटे में गिरावट का सहारा मिला। इस हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 819.41 या 1 प्रतिशत बढ़कर 73,651.35 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 260 अंक या 1 प्रतिशत बढ़कर 22,326.90 पर बंद हुआ।BSE Mid-cap Index में 1.3 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली। इसमें मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, सुप्रीम इंडस्ट्रीज, अरबिंदो फार्मा, इंडियन बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में बढ़त रही। जबकि राजेश एक्सपोर्ट्स, सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया, शेफ़लर इंडिया, डेल्हीवेरी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लूजर्स रहे।

बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स 1.3 प्रतिशत बढ़ा। इसे इंटरग्लोब एविएशन, सीमेंस, इंदु टावर्स, बजाज फाइनेंस, इंफो एज इंडिया, एबीबी इंडिया, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी का सहारा मिला। जबकि अदाणी विल्मर, एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेस, यूपीएल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में गिरावट देखने को मिली।

BSE Small-cap index में लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें शामिल 26 शेयरों ने डबल डिजिट में रिटर्न दिया। इसमें सांघवी मूवर्स, भारत बिजली, टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज (इंडिया), ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया, मनोरमा इंडस्ट्रीज, एजिस लॉजिस्टिक्स, एंजेल वन, श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में बढ़र रही। जबकि EKI एनर्जी सर्विसेज, सनमित इंफ्रा, प्राइमो केमिकल्स, जिंदल पॉली फिल्म्स, धानी सर्विसेज और ऑनमोबाइल ग्लोबल के शेयर 10-14 प्रतिशत के बीच गिरे।

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सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 5 प्रतिशत, निफ्टी ऑयल एंड गैस में 2 प्रतिशत और निफ्टी ऑटो और हेल्थकेयर इंडेक्स में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। जबकि निफ्टी मीडिया इंडेक्स में 3 प्रतिशत और निफ्टी इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई।

मार्केट वैल्यू पर नजर डालें इस हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मार्केट वैल्यू में सबसे अधिक वृद्धि की। इसके बाद बजाज फाइनेंस, लार्सन एंड टुब्रो और एनटीपीसी का नंबर रहा। दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने अपना अधिकांश मार्केट-कैप गंवा दिया। (डिस्क्लोजर: Moneycontrol.com नेटवर्क 18 का हिस्सा है। नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)

विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign institutional investors (FIIs) इस हफ्ते शुद्ध खरीदार बन गए। उन्होंने 2368.76 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (Domestic institutional investors (DIIs) ने अपना सपोर्ट जारी रखा। उन्होंने 8,913.49 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।

28 मार्च को समाप्त हफ्ते में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.40 पर सपाट बंद हुआ। जबकि 22 मार्च को यह 83.42 पर बंद हुआ था।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

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