सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 को पूर्ण रूप से लागू किए जाने के आधार पर लेबनान युद्ध विराम समझौता बुधवार की सुबह से लागू हो गया. इस समझौते को लागू किए जाने को (UNIFIL) के संयुक्त राष्ट्र शान्ति सैनिकों आसान बनाया गया है और एक अन्तरराष्ट्रीय निगरानी समिति ने भी इसे समर्थन दिया है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने बताया है, “सुबह 4 बजे युद्धविराम लागू होने के तुरन्त बाद, दक्षिणी लेबनान, बेरूत के दक्षिणी इलाक़ों और बेकाअ (घाटी) के निवासियों ने, महीनों के जबरन विस्थापन के बाद अपने घरों क लौटना शुरू कर दिया है.”
“आज(बुधवार) सुबह से ही बेरूत से दक्षिण की ओर जाने वाले राजमार्ग पर भारी यातायात देखा गया.”
संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी, (IOM) के अनुसार, घटनाक्रम से पहले, लेबनान में हिज़बुल्लाह सशस्त्र समूह को इसराइल से अलग करने वाली ब्लू लाइन पर महीनों तक अपेक्षाकृत कम स्तर की गोलीबारी देखी गई.
ब्लू लाइन पर गतिविधियों की निगरानी संयुक्त राष्ट्र का शान्तिरक्षा मिशन – UNIFIL करता है.
इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच गोलीबारी ने सितम्बर में पूर्ण युद्ध का रूप ले लिया था, जिसमें साढ़े तीन हज़ार से अधिक लोग मारे गए और 8 लाख 86 हज़ार से अधिक लोग बेघर हो गए.
हज़ारों लोगों तक सहायता क़ाफ़िला पहुँचा
UNHCR ने बताया कि गिरते तापमान के बीच, एजेंसी के 11 ट्रकों ने पूर्वी शहर बालबेक में 3,100 लोगों को आपातकालीन सहायता सामग्री पहुँचाई है.
इसमें कम्बल, गद्दे, सर्दियों की जैकेट, प्लास्टिक शीट, सौर लैम्प और सोने के लिए चटाइयाँ शामिल हैं.
एजेंसी ने कहा है, “हम प्रभावित लोगों को इस सर्दी में गर्माहट और सुरक्षा बनाए रखने में मदद करने के लिए स्थानीय अधिकारियों और भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे.”
“हम विस्थापित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखेंगे, क्योंकि वे बहुत नुक़सान और विनाश झेलने के बाद अपना जीवन फिर से शुरू कर रहे हैं.”
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने युद्धविराम समझौते के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के समर्थन को दोहराते हुए, लेबनान में लड़ाई से कोई सम्बन्ध नहीं रखने वाले बहुत से लोगों द्वारा झेली गई “अशान्ति और नुक़सान” की ओर ध्यान दिलाया है.
शान्ति के लिए प्रतिबद्धता
उन्होंने कहा, “इस शान्ति को बनाए रखने के लिए अब तत्काल काम शुरू होना चाहिए. बच्चों और परिवारों को सुरक्षित रूप से अपने समुदायों में लौटने के लिए अनुकूल हालात होने चाहिए, विशेष रूप से आश्रयों और मेज़बान समुदायों में रह रहे विस्थापित लोगों के लिए.”
“स्थिति को स्थिर करने और पुनर्बहाली का समर्थन करने के सभी प्रयासों के केन्द्र में, बच्चों और उनके परिवारों की सुरक्षा को रखा जाना होगा.”
कैथरीन रसैल ने ज़ोर देकर कहा कि जीवनरक्षक मानवीय सहायता तक लोगों की पहुँच और सामग्रियों की निर्बाध आपूर्ति के लिए सुरक्षा की गारंटी दी जानी होगी… विशेष रूप से लेबनान के दक्षिण में, जहाँ ज़रूरतें बहुत ज़्यादा हैं.
…जारी…