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लेबनान: जीवनरक्षक सहायता के लिए, $37.14 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि की अपील

लेबनान: जीवनरक्षक सहायता के लिए, .14 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि की अपील

लेबनान की राजधानी बेरूत में यूएन मानवतावादी समन्वयक इमरान रिज़ा और उप प्रधानमंत्री सादे ऐल-शमी ने मंगलवार को यह घोषणा की, जिसके ज़रिये मार्च 2025 आपात सहायता प्रयासों को जारी रखने का लक्ष्य रखा गया है.

इससे पहले, पिछले वर्ष इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच लड़ाई से उपजे संकट के मद्देनज़र, अक्टूबर 2024 में तीन महीनों के दौरान सहायता प्रयासों के लिए 42.5 करोड़ डॉलर की एक औचक अपील जारी की गई थी.

इसके बाद, मंगलवार को जनवरी से मार्च 2025 की अवधि के लिए 37.14 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त अपील की गई थी, जिसके ज़रिये लेबनानी नागरिकों, सीरियाई व फ़लस्तीनी शरणार्थियों और प्रवासियों तक तत्काल राहत पहुँचाई जाएगी.

अहम प्राथमिकताओं में खाद्य सहायता, सर्दी के मौसम में राहत, ज़रूरी मरम्मत, और स्वास्थ्य देखभाल, जल व शिक्षा सम्बन्धी ज़रूरतों समेत अन्य प्रकार का समर्थन मुहैया कराना है.

यह अपील, लेबनान के लिए मानवीय सहायता कार्रवाई योजना से अलग है, जोकि देश में मानवीय सहायता व स्थिरता प्रयासों के लिए एक व्यापक फ़्रेमवर्क है.

यूएन अधिकारी इमरान रिज़ा ने कहा कि लेबनान पिछले 15 वर्षों से गम्भीर संकट से जूझ रहा है, इसके बावजूद, 2024 देश के लिए सबसे स्याह वर्षों में शुमार हो गया, जब व्यापक पैमाने पर बर्बादी हुई.

टकराव का दंश, अब भी

इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच हिंसक टकराव, ग़ाज़ा युद्ध की पृष्ठभूमि में अक्टूबर 2023 में भड़का था, मगर सितम्बर 2024 के अन्तिम दिनों में इसमें तेज़ी आई. चार हज़ार से अधिक लोगों की जान गई, 16 हज़ार घायल हुए और 10 लाख से अधिक विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं.

लेबनान में घरों, बुनियादी ढाँचों और अति-आवश्यक सेवाओं के ध्वस्त हो जाने से पहले से ही संकट से जूझ रहे नागरिकों के लिए हालात और गम्भीर हुए हैं.

मानवतावादी समन्वयक ने कहा कि हिंसक टकराव पर विराम लगने के बावजूद, 1.25 लाख अब भी विस्थापित हैं और अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे लाखों लोग पीड़ा से जूझ रहे हैं और आगे क़दम बढ़ाने के लिए अपना रास्ता ढूंढ रहे हैं.

इस युद्ध का आम नागरिकों पर गहरा मनोवैज्ञानिक असर भी हुआ है और लोग गहरे सदमे में हैं, जोकि उनके लिए अगले कई वर्षों तक जारी रह सकता है.

समर्थन की अपील

इमरान रिज़ा ने लेबनान को इस संकट से बाहर निकालने और देश में पुनर्बहाली प्रक्रिया को आरम्भ करने के इरादे से अन्तरराष्ट्रीय समर्थन की अपील की है.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF), सीरिया से लौट रहे बच्चों और परिवारों को अति-आवश्क सामान व खाद्य सहायता मुहैया करा रहा है.

लेबनान में यूनीसेफ़ के प्रतिनिधि अखिल अय्यर ने बताया कि लेबनान में मानवीय सहायता साझेदार संगठनों के साथ अनेक इलाक़ों में यह सहायता अभियान शुरू किया गया है. उनके अनुसार, देश में हालात को स्थिर बनाने और ज़रूरतमन्दों तक मदद पहुँचाने के लिए सतत धनराशि व संसाधनों की आवश्यकता होगी.

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