यूक्रेन में यूएन की शीर्ष मानवीय सहायता अधिकारी डेनिज़ ब्राउन ने मंगलवार, 4 जून को, ‘आक्रामकता के पीड़ित मासूम बच्चों के लिए अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर ध्यान दिलाया कि लड़ाई के अग्रिम मोर्चे वाले इलाक़ों में लड़के-लड़कियों को बमबारी से बचाव के लिए भूमिगत आश्रय स्थलों में क़रीब सात महीने गुज़ारने पड़ रहे हैं.
“मैं यह दोहराना बन्द नहीं करुंगी कि यूक्रेन में जो कुछ भी हो रहा है, सम्पूर्ण अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को उसे कभी भी सामान्य मानकर स्वीकार नहीं करना होगा.”
“बच्चों को कभी भी युद्ध के दौरान बड़ा नहीं होना चाहिए. युद्ध सामान्य नहीं है और हमें कभी उसका अभ्यस्त नहीं होना चाहिए.”
युवाओं के सपनों पर चोट
डेनिज़ ब्राउन ने बताया कि उन्होंने कई हँसते-खिलखिलाते बच्चों से यूक्रेन में मुलाक़ात की. रूसी आक्रमण के दो वर्ष बीत जाने के बावजूद, बच्चों को महसूस होता है कि उनका ख़याल रखा जाता है.
यूएन की वरिष्ठ अधिकारी ने ख़ारकीव में स्थित एक ग्रामीण इलाक़े ह्रोज़ा में पिछले क्रिसमस को याद किया, जब उन्होंने स्थानीय बच्चों के साथ चॉकलेट और टॉफ़ी साझा की थी.
इस अवसर पर बच्चों ने उनके साथ बड़ा होकर डॉक्टर या शिक्षक बनने की इच्छा ज़ाहिर की थी. “मगर, मैं जब उन बच्चों के बारे में सोचती हूँ, जिनसे मैं मिली थी, तो मेरे लिए उन बच्चों के बारे में ना सोच पाना सम्भव ही नहीं है, जिनसे मैं कभी नहीं मिल पाऊंगी.”
डेनिज़ ब्राउन ने क्षोभ जताया कि अनेक बच्चों हमलों व बमबारी में कभी सोते हुए या खेलते हुए अपनी जान गँवा चुके हैं.
एक कटु सत्य
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सच्चाई, स्तब्धकारी है और दुनिया को इसका सामना करना होगा. फ़रवरी 2022 में रूसी सैन्य बलों के आक्रमण के बाद से अब तक 600 से अधिक यूक्रेनी बच्चों की जान जा चुकी है और 1,420 घायल हुए हैं.
यूएन की शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ये वो मामले हैं, जिनकी संयुक्त राष्ट्र द्वारा पुष्टि की गई है. रूसी महासंघ के अस्थाई क़ब्ज़े वाले यूक्रेनी क्षेत्र में प्रवेश के लिए अनेक बार अनुरोध किया गया है, और यह पूर्ण रूप से अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के अनुरूप है, मगर आग्रह को ख़ारिज कर दिया गया है.
डेनिज़ ब्राउन ने कहा कि कटु सच्चाई यही है कि नागरिक प्रतिष्ठानों पर लगभग हर दिन होने वाले हमलों के साथ ही, यह संख्या बढ़ती जाती है.
कुछ ही दिन पहले ख़ारकीव में कुछ ही मिनटों के भीतर किए गए हमलों की चपेट में एक शॉपिंग केन्द्र, एक कार्यालय, पार्क आ गए थे.
न्याय की पुकार
डेनिज़ ब्राउन के अनुसार, रूस ने बाल अधिकारों पर सन्धि को स्वीकृति व अनुमोदित किया है, मगर वास्तविकता यह है कि इस प्रतिबद्धता का खुला मखौल उड़ाया जा रहा है.
और इसी वजह से, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 2023 में एक रिपोर्ट में यूक्रेनी बच्चों को जान से मारने और उन्हें पंगु बनाने के कारण, एक सूची में रूस को शामिल किया था.
मानवतावादी अधिकारी ने यूएन की ओर से संकल्प व्यक्त किया कि युद्ध की उठापठक से प्रभावित यूक्रेनी परिवारों को हरसम्भव समर्थन प्रदान किया जाएगा.
डेनिज़ ब्राउन ने कहा कि इससे स्थानीय परिवारों की पीड़ा तो दूर नहीं होगी, और ना ही खो चुकी ज़िन्दगियों की भरपाई की जा सकती है, मगर न्याय के लिए यह ज़रूरी है कि यहाँ घटित होने वाली घटनाओं का पूरा ब्यौरा जुटाया जाए.
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