यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष मानवीय सहायता अधिकारी डेनिस ब्राउन ने, इन हमलों की निन्दा करते हुए कहा है कि अनेक नगरों को निशाना बनाया गया है, जिनमें राजदानी किएफ़, क्रीव्यी और पोकरोव्स्क शामिल हैं.
ये हमले उस समय हुए, जब लोग अपना दिन शुरू कर रहे थे.
डेनिस ब्राउन ने बताया है कि इन हमलों में अनेक लोग हताहत हुए हैं और राजधानी किएफ़ में एक बाल अस्पताल को भी इन हमलों में भारी नुक़सान पहुँचा है.
‘बेतुका’ हमला
डेनिस ब्राउन ने कहा है, “ये बिल्कुल अतार्किक है कि इस युद्ध में बच्चे हताहत हो रहे हैं. अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के तहत, अस्पतालों को विशेष संरक्षण हासिल है. आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना ज़रूरी है.”
इन हमलों से कुछ ही दिन पहले, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार पर्येवक्षकों ने हाल में चेतावनी जारी की थी कि मई महीने में, यूक्रेन में, पिछले लगभग एक वर्ष के दौरान, रूसी हमलो में सबसे अधिक आम लोग हताहत हुए हैं.
यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र के निगरानी मिशन (HRMMU) की रिपोर्ट के अनुसार, 1 मार्च से 31 मई तक, यूक्रेन में कम से कम 436 लोग मारे गए हैं और 1,760 लोग घायल हुए. हताहतों में छह मीडिया कर्मी, 26 स्वास्थ्य सुविधाओं के कर्मचारी, पाँच सहायताकर्मी और 28 आपदा सेवाओं के कर्मी भी थे.
इस यूएन रिपोर्ट में बताया गया है कि इन हताहतों की अधिकतर यानि लगभग 91 प्रतिशत संख्या, यूक्रेन के नियंत्रण वाले इलाक़ों में दर्ज की गई, जबकि 9 प्रतिशत संख्या रूस के नियंत्रण वाले इलाक़ों में थी.
रूसी अधिकारियों ने बताया कि इसी अवधि के दौरान, यूक्रेनी सशस्त्र सेनाओं द्वारा रूस में किए गए हमलों में, 91 आम लोग मारे गए और 455 अन्य घायल हुए. ये हमले मुख्य रूप से बेलगोरोद, ब्रायंस्क और रुर्स्क क्षेत्रों में हुए.
20 से अधिक की मौत
ख़बरों के अनुसार, सोमवार को यूक्रेन में रूसी हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए हैं, जबकि राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि इन हमलों में रूस की तरफ़ से, 20 से अधिक मिसाइल दागे गए हैं.
इन हमलों में राजधानी किएफ़ में बाल अस्पताल को भारी नुक़सान पहुँचने के अलावा, अन्य बुनियादी ढाँचे को भी व्यापक हानि हुई है. इनमें व्यावसायिक और रिहायशी इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.
यूएन एजेंसियाँ सहायता में सक्रिय
इस बीच यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ के शीर्ष अधिकारी मुनीर महमदज़ादे ने कहा है कि सोमवार को हुए हमलों में निशाना बने राजधानी किएफ़ में बच्चों के अस्पताल में, आपात सहायता मुहैया कराई जा रही है, जिसमें पानी और स्वच्छता सामग्री शामिल है.
ऑनलाइन मंचों पर प्रकाशित वीडियो में बहुत से स्वेच्छाकर्मी इस अस्पताल के मलबे को हटाने और जीवितों की तलाश करने में जुटे हुए नज़र आते हैं.
मुनीर महमदज़ादे ने कहा है, “रूस का पूर्ण स्तर का आक्रमण, बच्चों पर बेतहाशा स्तर पर असर डाल रहा है.”
उन्होंने कहा, “हमें इस सुबह एक हमले में कीएफ़ में बच्चों के अस्पताल को भारी नुक़सान पहुँचा है और लोगों के हताहत होने की भी ख़बरें हैं. बच्चे कभी भी हमलों का निशाना नहीं हो सकते और उन्हें हर समय सुरक्षा मुहैया कराई जानी होगी.”