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म्याँमार में, सघन लड़ाई नगरों तक फैली, आम लोग शरण के लिए विवश

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय – OHCHR के अनुसार, लड़ाई में अभी तक 70 आम लोगों की मौत होने और 90 से अधिक के घायल होने की ख़बरे हैं.

इस लड़ाई ने लोगों के विस्थापन की एक नई लहर शुरू कर दी है और 27 अक्टूबर के बाद से, लगभग दो लाख लोग, अपने घरों से पलायन कर चुके हैं.

कुल मिलाकर, पूरे म्याँमार में, 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हैं.

परिवहन, संचार बाधित

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वय कार्यालय (OCHA) के अनुसार, सघन लड़ाई वाले क्षेत्रों में अहम परिवहन मार्गों को, म्याँमार की सेना और जातीय सशस्त्र संगठनों ने बन्द कर दिया है.

ऐसी ख़बरें भी हैं कि एक महत्वपूर्ण पुल को ध्वस्त कर दिया गया है और एक हवाई अड्डा भी बन्द है, जिससे सुरक्षित स्थानों के लिए लोगों का पलायन बाधित हो गया है, साथ ही मानवीय सहायता कर्मियों के लिए भी पहुँच बाधित हो गई है.

दूरसंचार नैटवर्क भी निरन्तर बाधित होते जा रहे हैं.

बदले की कार्रवाई निषिद्ध

OHCHR के प्रवक्ता जैरेमी लॉरेंस ने शुक्रवार को जिनीवा में कहा कि यह मानवाधिकार एजेंसी, म्याँमार में इन ख़बरों के बीच घटनाक्रम निकट निगरानी कर रही है कि सैकड़ों सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए हैं.

प्रवक्ता ने कहा, “यह बहुत ज़रूरी है कि जिन लोगों को पकड़ा जाए, उनके साथ मानवीय बर्ताव हो.”

जैरेमी लॉरेंस ने ज़ोर देकर कहा कि अन्तरराष्ट्रीय क़ानून में, बदले की कार्रवाई बिल्कुल निषिद्ध है.

उन्होंने कहा, “व्यक्तिगत रूप से सैनिक, उन अपराधों और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए सामूहिक रूप से ज़िम्मेदार नहीं हैं, जिन्हें सेना ने अंजाम दिया हो.”

यूएन प्रमुख की गहरी चिन्ता

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी, म्याँमार में लगातार बदतर होती स्थिति पर, गहरी चिन्ता व्यक्त की है.

यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक द्वारा इस सप्ताह के आरम्भ में जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि उन्होंने सभी पक्षों से, अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून का पालन करने और आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के हर सम्भव प्रयास करने की पुकार लगाई है.

प्रवक्ता ने कहा कि आम लोगों को अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के अनुसार संरक्षण मुहैया कराया जाए और मानवाधिकार हनन के लिए ज़िम्मेदार तत्वों को, जवाबदेह ठहराया जाए.

प्रवक्ता ने कहा, “महासचिव ने, तमाम चैनलों के ज़रिए, आपात मानवीय सहायता और अनिवार्य सेवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए अपीलें की हैं. यूएन एजेंसियों और उसके साझीदारों की सुरक्षा व संरक्षण बहुत अहम मुद्दा है.”

भूकम्प

इस बीच, म्याँमार के शान प्रान्त में, शुक्रवार को, स्थानीय समय के अनुसार प्रातः 8 बजे, 5.7 की तीव्रता वाला एक भूकम्प दर्ज किया गया. ये प्रान्त भी लड़ाई से प्रभावित है.

मीडिया ख़बरों के अनुसार, जान-माल के किसी नुक़सान की ख़बर नहीं है. 

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