एलटीआईमाइंडट्री ने वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 4.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है, जो आईटी सेवाओं की पूर्व दिग्गज कंपनियों एलऐंडटी इन्फोटेक और माइंडट्री के विलय के बाद की पहली तिमाही थी।
एलटीआईमाइंडट्री के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक देवाशिष चटर्जी ने सौरभ लेले के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अगली तिमाही के दौरन मार्जिन में 200 से 250 आधार अंक तक का सुधार हो सकता है, क्योंकि एकीकरण पूरा हो जाएगा।
आप इस तिमाही को संक्षेप में किस तरह प्रस्तुत करेंगे? वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही की प्रमुख बातें क्या हैं?
यह एक ऐतिहासिक तिमाही थी, क्योंकि दो संगठन परिचालनगत रूप विलय कर रहे हैं। यह प्रक्रिया 14 नवंबर को शुरू हुई थी, इसलिए इस तिमाही में हमारे पास केवल छह सप्ताह थे। विलय की इन सभी गतिविधियों के बावजूद मुझे नेतृत्व और टीम पर इस बात के लिए बहुत गर्व है कि उन्होंने कारोबार से ध्यान भंग नहीं किया। हमने स्थिर मुद्रा के अनुबंध के लिहाज से तिमाही आधार पर 2.4 प्रतिशत और सालाना आधार पर 16.3 प्रतिशत की काफी जोरदार वृद्धि देखी। मुझे पूरा भरोसा है कि जब हम अगली तिमाही और उससे आगे बढ़ेंगे, तब हमें विलय और वित्त वर्ष 24 से संबंधित सभी गतिविधियों को पीछे छोड़ने में सक्षम होंगे। हमें लाभ वृद्धि की अपनी यात्रा शुरू करने में सक्षम होंगे, जो कि विलय से पहले वाली दोनों कंपनियों की इच्छा थी।
आपके मांग परिदृश्य पर आर्थिक मंदी का क्या असर पड़ा है?
हम जिन ग्राहकों को सहायता प्रदान करते हैं, उनके पोर्टफोलियो की ओर से कुछ अलग-थलग ग्राहकों के मामले में थोड़ी सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने जो कुछ परियोजनाएं शुरू करने का फैसला किया था, वे स्थगित हो रही हैं और कुछ निर्णय लेने की गति थोड़ी धीमी है। हमें शुरुआत करने या निर्णय लेने में देर आदि नजर आ सकती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि हम ऐसी किसी भी स्थिति में नहीं आए हैं, जहां ग्राहकों ने ऐसे किसी भी कार्यक्रम को रद्द किया हो, जिसे वे पहले से शुरू कर चुके हों।
तीसरी तिमाही में राजस्व वृद्धि अच्छी थी, लेकिन एबिटा में तिमाही आधार पर 16 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके पीछे क्या कारण हैं?
मैं इसे तीन तरह से संक्षेप में प्रस्तुत करूंगा। सबसे पहली बात, एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा ऐसा था, जो इस तिमाही में फर्लो और कार्य दिवसों की कम संख्या के कारण था। दूसरी बात, एक बारगी वाली एकीकरण लागत की एक निश्चित राशि थी, जिसे हमने तीसरी तिमाही में लिया है। और तीसरी बात यह है कि हमें कौशल का काफी तालमेल बनाने की जरूरत थी। हमें मार्केटप्लेस में निवेश करना पड़ा। हमें कुछ प्रमुख प्रबंधकों के लिए कुछ कर्मचारी स्टॉक स्वामित्व योजनाएं (ईसॉप्स) भी जारी करनी पड़ीं।
इनमें से कुछ पहलुओं के लिहाज से मार्जिन पर 130 आधार अंक का असर पड़ा। हमारी इच्छा या परिकल्पना यह है कि चौथी तिमाही में आपको 200 से 250 आधार अंकों की वृद्धि नजर आए।
क्या आपके ग्राहक के आईटी बजट की प्राथमिकताओं में कोई बदलाव हुआ है?
अभी तक आपको अपने ग्राहक के अगले साल के बजट के बारे में काफी अच्छी जानकारी मिल जानी चाहिए थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी तक इसे औपचारिक रूप दिया गया है। ग्राहक भी अगले साल के लिए अपने बजट को औपचारिक रूप देने के मामले में भी सतर्क हैं। उम्मीद है कि चौथी तिमाही के अंत तक हम उनके बजट के बारे में बेहतर स्पष्टता पा लेंगे। मुझे ऐसा लगता है कि ग्राहक भी सालाना बजट के बजाय तिमाही आधार पर विचार कर रहे हैं।
अगली तिमाही और उससे आगे के लिए आपके लक्ष्य क्या हैं?
चूंकि हम अगले वित्त वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए हमें अपनी समग्र लाभ वृद्धि की पुनर्समीक्षा में सक्षम होना चाहिए। तो आपने दूसरी तिमाही में जो कुछ भी देखा, विलय वाली कंपनी के मामले में संपूर्ण एबिटा के रूप में, उस आधार पर हमें उस स्तर तक या उससे भी बेहतर हासिल करने में सक्षम होना चाहिए।
एकीकरण का परिचालन पक्ष, वित्तीय एकीकरण, प्रणालीगत एकीकरण, इन सभी चीजों का एक बड़ा भाग 31 मार्च तक पूरा हो जाना चाहिए। यही अभिलाषा है। यह एक बहुत, बहुत महत्त्वाकांक्षी अभिलाषा है। लेकिन मुझे टीम पर और जिस तरह से उन्होंने कारोबार से ध्यान हटाए बिना सुधार किया उस पर बहुत गर्व है।
