भारत की 24 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता रौशनी परवीन, बाल विवाह की पीड़िता रहीं हैं और अब इस प्रथा के विरुद्ध अभियान चलाती हैं. रौशनी परवीन, शान्ति एवं सुलह पर केन्द्रित, वर्ष 2023 के युवा कार्यकर्ता सम्मेलन (जिनीवा) के विजेताओं में शामिल हैं. रौशनी परवीन की अनेक दोस्तों की तरह ही, उनका विवाह भी, केवल 13 साल की उम्र में कर दिया गया था. रौशनी परवीन को, अपने पति से अलग होने का निर्णय लेने पर, अपने परिवार की कड़ी आलोचना का सामना करना पडा. रौशनी परवीन अब बाल विवाह के सम्भावित जोखिम का सामना करने वाली लड़कियों की पहचान करके, उन्हें जागरूक बनाने के प्रयास करती हैं. एक वीडियो.
