यूएन एजेंसी में संचार निदेशक जूलियट टूमा ने जेनिन शिविर में हुई बर्बादी के दृश्य को बयाँ करते हुए कहा कि इस सप्ताहांत किए गए इन विस्फोटों में लगभग 100 इमारतें ध्वस्त या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं.
उन्होंने क्षोभ जताया कि इसराइली सैन्य कार्रवाई के बीच पिछले दो महीने से हिंसा जारी है और आम नागरिकों को बेहद कठिन हालात से जूझना पड़ रहा है.
“ये विस्फोट रविवार को तब हुए जब बच्चों को स्कूल जाना था.” इस शिविर व उसके आस-पास के इलाक़ों में UNRWA द्वारा संचालित 13 स्कूल स्थित हैं, जोकि अब बन्द हैं. इससे वहाँ पाँच हज़ार स्कूली बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है.
इसराइली पाबन्दी
पिछले वर्ष, अक्टूबर महीने में इसराइली संसद ने दो क़ानूनों की स्वीकृति दी थी, जिनमें इसराइली इलाक़े में UNRWA की गतिविधियों पर रोक लगाने की बात कही गई है.
साथ ही, इसराइली प्रशासन को भी संगठन के साथ किसी भी तरह के सम्पर्क से मनाही है, जिससे यूएन एजेंसी के लिए अपने सहायता प्रयास जारी रख पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है. इसराइली संसद, क्नैसेट द्वारा स्वीकृत ये क़ानून गुरूवार को लागू हो गए हैं.
संचार निदेशक जूलियट टूमा ने बताया कि अब तक इसराइली सरकार की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि इन क़ानूनों को किस तरह से लागू किया जाएगा.
फ़िलहाल, UNRWA की टीम पश्चिमी तट के हिस्सों में अपना अभियान जारी रखे हुए हैं, जिसके तहत आम फ़लस्तीनियों को स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा समेत अन्य बुनियादी सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं.
स्कूल और क्लीनिक खुले हैं और शरणार्थियों को सेवाएँ मुहैया कराई जा रही हैं. “हम देख रहे हैं कि UNRWA के स्कूलों में उपस्थिति 80 से 85 फ़ीसदी तक है.”
जूलियट टूमा ने कहा कि पश्चिमी तट में यूएन एजेंसी द्वारा संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों में आने वाले मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है. पूर्वी येरूशलम में एक क्लीनिक में एक दिन में 400 से अधिक मरीज़ पहुँचे हैं.
ग़ाज़ा में विशाल ज़रूरतें
संचार निदेशक के अनुसार, ग़ाज़ा पट्टी में विशाल स्तर पर आवश्यकताएँ बरक़रार हैं और UNRWA टीम की प्राथमिकता ज़रूरतमन्द आबादी में सहायता आपूर्ति का वितरण करना है. 19 जनवरी को युद्धविराम लागू होन के बाद से अब तक 4,200 ट्रकों के ज़रिये मदद पहुँचाई गई है.
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में और अधिक संख्या में ट्रकों के पहुँचने की सम्भावना है, और सैकड़ों ट्रक मिस्र व जॉर्डन की सीमा पर ग़ाज़ा में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
7 अक्टूबर 2023 को इसराइल पर हमास व अन्य हथियारबन्द गुटों के हमलों में 1,200 लोगों की जान गई थी, और 250 से अधिक को बन्धक बना लिया गया था. इसके बाद शुरू हुई इसराइली सैन्य कार्रवाई में पिछले 15 महीनों में 46 हज़ार से अधिक फ़लस्तीनी मारे गए हैं और हज़ारों अन्य घायल हुए हैं.
19 जनवरी को अस्थाई तौर पर युद्धविराम का पहला चरण लागू हुआ है, जिसके तहत लड़ाई पर विराम है, बन्धकों की रिहाई हो रही है और ग़ाज़ा में सहायता सामग्री पहुँचाई जा रही है.
जूलियट टूमा ने बताया कि ग़ाज़ा पट्टी में स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने में UNRWA की अहम भूमिका है, और हर दिन औसतन 17 हज़ार मेडिकल परामर्श दिए जाते हैं.
उन्होंने चिन्ता जताई कि इसराइली संसद द्वारा स्वीकृत क़ानूनों से उपजी बाधाओं के अलावा, यूएन एजेंसी के कामकाज पर वित्तीय बोझ भी है. अमेरिका ने जनवरी 2024 से संगठन के लिए वित्तीय सहायता पर रोक लगा दी थी.
UNRWA प्रवक्ता के अनुसार, संगठन के कर्मचारियों को पिछले महीने वेतन का भुगतान किया गया है, मगर यूएन एजेंसी के लिए वित्तीय मुश्किलें बरक़रार हैं.
