वोडाफोन आइडिया (Vi) ने ऑपरेटिंग खर्चे बढ़ने के कारण साल-दर-साल आधार पर Q4 FY23 में 6,418 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया। हालांकि शुद्ध घाटा राजस्व वृद्धि और 4जी ग्राहकों में वृद्धि के कारण साल-दर-साल आधार पर 2.2 प्रतिशत कम था। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को 6,563 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
क्रमिक आधार पर शुद्ध घाटा 19.6 प्रतिशत कम हुआ। FY23 की तीसरी तिमाही में, Vi ने 7,990 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा पोस्ट किया था। FY23 की चौथी तिमाही में सकल राजस्व 2.8 प्रतिशत बढ़कर 10,531 करोड़ रुपये हो गया। जबकि ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास (depreciation) और परिशोधन (एबिटा) [amortisation (Ebitda)] को न गिना जाए, तो आय 9.4 प्रतिशत घटकर 4,210 करोड़ रुपये रही।
प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) क्रमिक आधार पर 135 रुपये पर स्थिर रहा और साल-दर-साल आधार पर 8.8 प्रतिशत बढ़ा। कंपनी ने क्रमिक रूप से 2.7 मिलियन ग्राहक खो दिए और दूसरी तिमाही के अंत में उनका यूजर बेस 225.9 मिलियन था। हालाँकि, 4G ग्राहकों की संख्या क्रमिक रूप से एक मिलियन बढ़कर 122.6 मिलियन हो गई।
Vi ऑपरेशन में और आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा है और पिछले रेटिंग डाउनग्रेड की वजह से खर्चे बढ़े हैं।
प्रतिद्वंद्वी कंपनियां भारती एयरटेल और रिलायंस जियो अपने 5जी नेटवर्क बेहतर बनाने में लगी हैं, जबकि वीआई ने अभी तक उपकरणों के लिए टेलीकॉम गियर निर्माताओं के साथ अपने सौदे को ही पूरा नहीं किया है। नेटवर्क विस्तार के लिए फंड रेजिंग भी नहीं हो पाई है।
Vi के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अक्षय मूंद्रा ने एक बयान में कहा, “पिछली कई तिमाहियों से प्रदर्शन में लगातार सुधार के कारण विलय के बाद पहली बार वार्षिक राजस्व वृद्धि की रिपोर्ट करते हुए हमें खुशी हो रही है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में हमारा वार्षिक राजस्व और एबिटडा क्रमश: 9.5 प्रतिशत और 24.1 प्रतिशत बढ़ा है। हम एआरपीयू और 4जी ग्राहकों में वृद्धि देख रहे हैं। हम 5G शुरू करने सहित नेटवर्क विस्तार के लिए जरूरी निवेश करने के लिए इक्विटी या इक्विटी-लिंक्ड फंड जुटाने के लिए अन्य पार्टियों के साथ-साथ ऋण निधि जुटाने के लिए अपने ऋणदाताओं के साथ जुड़े रहना जारी रखेंगे।”
