यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में मानवीय त्रासदीपूर्ण स्थिति पर विचार करने के लिए जॉर्डन में मंगलवार को आयोजित अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में ज़ोर देकर कहा कि आठ महीने के भीषण युद्ध के बाद, “यह प्रलय अब बन्द हो”.
यूएन प्रमुख ने कहा, “मैं राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा हाल ही में पेश किए गए शान्ति प्रस्ताव का स्वागत करता हूँ और सभी पक्षों से इस अवसर का लाभ उठाने और एक समझौता करने का आग्रह करता हूँ.”
“और मैं सभी पक्षों से, अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के तहत अपनी ज़िम्मेदारियों का सम्मान करने का आहवान करता हूँ. इनमें मानवीय सहायता ग़ाज़ा में पहुँचने देने और उसके ग़ाज़ा के भीतर भी उसके वितरण को आसाना बनाया जाना शामिल है, ये उनकी ज़िम्मेदारी है. ग़ाज़ा में पहुँचने वाले सभी रास्ते खुले होने चाहिए – और ज़मीनी रास्ते तो और भी महत्वपूर्ण हैं.”
सुरक्षा परिषद में, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव में हमास से आग्रह किया गया है कि वो 31 मई को राष्ट्रपति जोसेफ़ बाइडेन द्वारा घोषित युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर ले, और इस प्रस्ताव को इसराइल ने पहले ही स्वीकार कर लिया है.
प्रस्ताव में इसराइल और हमास दोनों ही पक्षों से, इस प्रस्ताव की सभी शर्तों को पूरी तरह से लागू करने का आग्रह किया गया है, “बिनी देरी और बिना किसी शर्त के.”
सुरक्षा परिषद में यह प्रस्ताव बड़े बहुमत से पारित हुआ जिसमें 14 वोट इसके समर्थन में पड़े और कोई भी वोट विरोध में नहीं पड़ा. रूस ने मतदान में शिरकत नहीं की और अपने वीटो का प्रयोग नहीं करने का विकल्प चुना.
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