फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA के महाआयुक्त फ़िलिपे लज़ारिनी ने बताया है कि इस एजेंसी द्वारा संचालित अल फ़ख़ूरी नामक उस स्कूल में बहुत से हज़ारों लोग पनाह लिए हुए थे, और इस हमले के हताहतों में बच्चे, महिलाएँ और पुरुष हैं.
फ़िलिपे लज़ारिनी ने कहा कि इस तरह के हमले सामान्य घटना नहीं बन सकते, और उन्हें रोका जाना होगा.
उन्होंने कहा कि एक मानवीय युद्धविराम अब और अधिक प्रतीक्षा नहीं कर सकता.
आश्रय स्थल, सुरक्षा के स्थान
यूएन आपदा राहत समन्वय एजेंसी – OCHA के मुखिया मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा है कि आश्रय स्थल, सुरक्षा के स्थान हैं. स्कूल, सीखने के स्थान हैं.
उन्होंने कहा कि नागरिक आबादी को, इस तरह की पीड़ा का शिकार नहीं बनाया जाना चाहिए.
“इनसानियत को क़ायम रखना होगा.”
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – UNICEF की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने भी इस हमले पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि हमले में मारे गए बच्चों की हृदय विदारक तस्वीरें प्राप्त हो रही हैं.
“इन बच्चों पर उस समय हमला किया गया है जब वो स्कूल में पनाह लिए हुए, जबकि स्कूलों सदैव ही संरक्षित स्थल होने चाहिए.”
उन्होंने एक ट्वीट सन्देश में कहा है, “इस जनसंहार को तत्काल रुकना होगा. तकलीफ़ों का तुरन्त अन्त करना होगा. बच्चों के लिए ये भयावह स्थिति तत्काल बन्द होनी चाहिए.”
मध्य पूर्व और उत्तरी अफ़्रीका के लिए, यूनीसेफ़ की क्षेत्रीय निदेशक अदेले ख़ोद्र ने भी शनिवार को अपने ट्वीट सन्देश में कहा है कि ग़ाज़ा के अलफ़ख़ूरा और ताल अल ज़ातर स्कूलों में हुए हमलों में, जनसंहार और भीषण तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं. इन हमलों में अनेक बच्चों और महिलाओं की मौतें होना हृदय विदारक है.
उन्होंने कहा है, “इस तरह के भीषण हमले तुरन्त बन्द होने होंगे. बच्चे, स्कूल और आश्रय स्थल कोई निशाना नहीं हैं. तत्काल युद्धविराम लागू किए जाने की ज़रूरत है.”
ईंधन की आपूर्ति
इस बीच UNRWA के मुखिया फ़िलिपे लज़ारिनी ने शनिवार को बताया कि इसराइली अधिकारियों ने, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता अभियानों के लिए, अनेक सप्ताहों की देरी के बाद, दैनिक ज़रूरत से आधी मात्रा में ईंधन की आपूर्ति को मंज़ूरी दी है.
उन्होंने कहा है, “ईंधन की ये मात्रा, जल परिशोधन संयंत्रों, सीवेज पम्पों, अस्पतालों, आश्रय स्थलों में जल पम्पों, सहायता ट्रकों, ऐम्बुलेंसों, बेकरियों और संचार नैटवर्कों को, निर्बाध रूप से संचालित रखने के लिए, पर्याप्त होने से बहुत कम है.”
“इन गतिविधियों के लिए, ईंधन को प्रतिबन्धित नहीं किया जाना चाहिए.”
