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ग़ाज़ा: त्रासदीपूर्ण हालात के बीच, लाखों बच्चों को मिली पोलियो वैक्सीन की ख़ुराक

ग़ाज़ा: त्रासदीपूर्ण हालात के बीच, लाखों बच्चों को मिली पोलियो वैक्सीन की ख़ुराक

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म, X, पर अपने सन्देश में कहा कि हर दिन, जीवन की त्रासदीपूर्ण वास्तविकता के बीच यह एक विशाल सफलता है.

अक्टूबर 2023 में दक्षिणी इसराइल पर हमास व अन्य चरमपंथी गुटों के हमले के बाद, इसराइली सैन्य बलों ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की है, जिसका 20 लाख से अधिक ग़ाज़ावासियों पर गहरा असर हुआ है.

हज़ारों लोग मारे गए हैं, बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, लाखों विस्थापित हैं और विशाल स्तर पर  मानवीय आवश्यकताएँ उपजी हैं. 25 वर्षों बाद यह पहली बार था, जब ग़ाज़ा में पोलियो के नमूने एकत्र किए गए.

इस पृष्ठभूमि में, यूएन एजेंसियों और साझेदार संगठनों ने 1 से 12 सितम्बर के दौरान, पाँच लाख 58 हज़ार से अधिक बच्चों को मौखिक रूप से पोलियो वैक्सीन टाइप टू की ख़ुराक पिली. स्वास्थ्यकर्मियों ने इस अभियन में आश्रय स्थलों, टैंट और विस्थापितों के लिए बनाए गए अन्य शिविरों में परिवार तक वैक्सीन पहुँचाई.

वैक्सीन की पहली ख़ुराक के तीन चरण

भौगोलिक आधार पर ग़ाज़ा के केन्द्रीय, दक्षिणी और उत्तरी इलाक़े में अलग-अलग अवधि में स्वास्थ्यकर्मियों ने यह अभियान चलाया. इस दौरान लड़ाई में मानवीय आधार पर ठहराव दिया गया था, ताकि टीकाकरण मुहिम में हिस्सा ले रहे समुदायों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

अब इन बच्चों को वैक्सीन की दूसरी ख़ुराक अगले चार हफ़्तों में दिए जाने की तैयारी करनी है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने आगामी दिनों में भी मानवतावादी ठहराव जारी रहने पर भरोसा जताया है.

टीकाकरण अभियान में बड़े पैमाने पर चुनौतियोँ, जैसेकि ध्वस्त सड़कें व स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र, ईंधन की सीमित सुलभता, प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की क़िल्लत का सामना करना पड़ा, मगर, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) और ग़ाज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ सहयोग से इसे पूरा कर लिया गया.

पश्चिमी तट में UNRWA कर्मचारी की मौत

ग़ाज़ा पट्टी में जारी युद्ध की वजह से आम नागरिकों की अब भी मौत हो रही है, वे विस्थापित हो रहे हैं और उनके घर व नागरिक प्रतिष्ठान तबाह हो रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र ने अब तक UNRWA के 220 कर्मचारियों को खो दिया है. गुरूवार को, UNRWA के एक कर्मचारी की मौत तब हुई जब उत्तरी पश्चिमी तट के एल फ़रा शिविर में वह मारा गया.

यूएन एजेंसी के अनुसार, यह साफ़-सफ़ाई सेवाओं से जुड़ा एक कर्मचारी था. बीती रात इसराइली सैन्य अभियान के दौरान एक निशानेबाज़ द्वारा चलाई गई गोली से उसकी तब मौत हो गई जब वो अपने घर की छत पर था.

वह अपने पीछे अपनी पत्नी और पाँच बच्चे छोड़ गए हैं. यूएन एजेंसी के अनुसार, पिछले 10 वर्षों से अधिक समय में यह पहली बार है जब पश्चिमी तट में किसी UNRWA कर्मचारी की जान गई है.

यहाँ पिछले कुछ दिनों से अभूतपूर्व स्तर पर हिंसा हो रही है, जिससे समुदायों के लिए हालात चिन्ताजनक हैं.

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