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कतर की जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसैनिक रिहा, जानें अगस्त 2022 से अब तक कब क्या हुआ?

भारत (India) की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है। कतर (Qatar) ने जेल में बंद उन 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा कर दिया है जिन्हें करीब साढ़े तीन महीने पहले संदिग्ध जासूसी के एक मामले में फांसी की सजा सुनाई गई थी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि रिहा किए गए 8 भारतीयों में से 7 भारत लौट आए हैं। नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। खाड़ी देश की अपीलीय अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था। पूर्व नौसैन्य कर्मियों को अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा सुनाई थी।

निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले भारतीय नागरिकों को जासूसी के एक कथित मामले में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था। न तो कतर के अधिकारियों और न ही भारत ने भारतीय नागरिकों के खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक किया। पिछले साल 25 मार्च को भारतीय नौसेना के आठ कर्मियों के खिलाफ आरोप दाखिल किए गए थे और उन पर कतर के कानून के तहत मुकदमा चलाया गया था। अपीलीय अदालत ने मौत की सजा को कम करने के बाद भारतीय नागरिकों को उनकी जेल की सजा के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 60 दिन का समय दिया था।

पिछले साल मई में अल-दहरा ग्लोबल ने दोहा में अपना परिचालन बंद कर दिया और वहां काम करने वाले सभी लोग (मुख्य रूप से भारतीय) देश लौट आए। भारत और कतर के बीच 2015 में हुए समझौते के तहत भारत तथा कतर के उन नागरिकों के अपने-अपने देश में सजा काटने का प्रावधान है जिन्हें किसी आपराधिक मामले में दोषी ठहराया गया है और सजा सुनाई गई है।

मामले में कब क्या हुआ?

30 अगस्त, 2022: कतर में 8 पूर्व नौसेना अधिकारियों को अज्ञात कारणों से गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों को एकांत कारावास में रखा गया। रिपोर्ट्स में बताया गया कि उन्हें कतर की खुफिया एजेंसी ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था।

1-3 अक्टूबर, 2022: दोहा में भारतीय राजदूत और मिशन के उप प्रमुख ने पूर्व नौसेना कर्मियों से मुलाकात की। इस बीच डहरा ग्लोबल के CEO ने भी अधिकारियों की मदद करने की कोशिश की, लेकिन वे गिरफ्तार कर लिए गए। उन्होंने दो महीने एकान्त कारावास में बिताए। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।

1 मार्च, 2023: कतर में भारतीय कर्मियों की कई जमानत याचिकाएं खारिज कर दी गईं।

25 मार्च, 2023: 8 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किए गए और कतरी कानून का पालन करते हुए मुकदमा 29 मार्च को शुरू हुआ।

मई 2023: दाहरा ग्लोबल ने दोहा में अपना परिचालन बंद कर दिया। कतर की राजधानी में कंपनी के बंद होने के बाद इसके पूर्व कर्मचारी भारत लौट आए।

4 अगस्त, 2023: गिरफ्तार लोगों को एकान्त कारावास से जेल वार्ड में ले जाया गया।

26 अक्टूबर, 2023: कतर की एक अदालत ने सभी 8 लोगों को मौत की सजा सुनाई।

9 नवंबर, 2023: भारतीय अधिकारियों ने बताया कि 8 पूर्व नौसेना कर्मियों की रिहाई और मौत की सजा के संबंध में कतर में अपील दायर की गई है।

23 नवंबर, 2023: कतर अदालत ने मौत की सजा के खिलाफ भारत की अपील स्वीकार कर ली।

1 दिसंबर 2023: पीएम मोदी ने दुबई में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की।

28 दिसंबर, 2023: कतर की अदालत ने 8 भारतीय नौसेना के कर्मियों को दी गई मौत की सजा को पलट दिया।

12 फरवरी, 2024: भारत सरकार ने सभी 8 पूर्व सैन्य अधिकारियों की रिहाई की घोषणा की और उनकी रिहाई की सुविधा के लिए कतर अमीर को धन्यवाद दिया। 8 में से 7 भारत पहुंच गए।

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